Book Title: Ajitnath Vandanavali Author(s): Dharnendrasagar Publisher: Simandharswami Jain Mandir Khatu Mehsana View full book textPage 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वृषभः वर्ग: भगवतां श्रीमतामजितनाथानां तीर्थङ्कराणां स्वरूपाभिज्ञानम् लान्छनम् हस्ति नक्षत्रम् रोहिणी राशि: योनिः सर्पः गरुडः नाडी अन्त्या गण: मनुष्यः वर्णः वैश्यः शरीरवर्णः कञ्चनवर्णः इक्ष्वाकुः माता विजया पिता जितशत्रुः नगरी अयोध्या शरीरमानम् ४५० धनुःप्रमाणम् आयुष्यम् ७२ लक्षपूर्वः यक्षः महायक्षः यक्षिणी अजिता च्यवन वैशाख शुक्लात्तयोदशी जन्म माघ शुक्ला अष्टम्याम् दीक्षा " , नवम्याम् केवलज्ञानम् ... ... पौष शुक्ला पञ्चम्याम् निर्वाण-श्री महावीर निर्वाण पूर्व पूर्ण ख खं द्वाचत्वारिंशत् सहस्राब्दे त्रिवर्ष सार्दोष्टमासोने पञ्चाशलक्षकोटि सागरोपमे श्री अजिताख्य तीर्थकर निर्वाण पदंप्राप । For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
1 ... 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 ... 143