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स्थवि :- पुंगव श्री विसाहगणि महत्तर- प्रणीतं, सभाष्यं
निशीथ-सूत्रम्
आचार्य प्रवर श्री जिनदास महत्तर- विरचितया
विशेष- चूर्णी समलंकृतम्
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चतुर्थी विभाग: उद्देशकाः 16-20
सम्पादक :
उपाध्याय कवि श्री अमरमुनि जी महाराज
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व
मुनि श्री कन्हैयालाल जी महाराज " कमल"
अमर पब्लिकेशन वाराणसी- 1
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