Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text ________________ आचारांग सूत्र-द्वितीय श्रुतस्कन्ध उक्किट्ठ 505 शब्द सूत्र शब्द 445, 608, 621, 623, 628 उड्डोए ईसाण 756 उड्ढ 753, 772 ईसि (सि) 754, 766 उड्ढगामिणी 474 ईहामिय 754 उण्ण मिय 360, 476, 504 335 उत्तम 758 उंछ 443, 465, 466 उत्तर 761,772 उंबरमंथ 380 उत्तरखत्तियकुडपुर उक्कंबिय 415 उत्तरगुण 745 उक्कस४७४, 477, 478 उत्तरपुरस्थिम 753, 772 753 उत्तरिज्जग 556 उक्कुज्जिय 366 उत्तरेज्जा 466 उक्कुडुय 456, 633, 772 उत्तसेज्ज उक्खा 335, 337 उत्ताणए उक्खुलंपिय 360 उत्तिंग 324, 348, 481, 482 उक्खित्त 443, 757 उदउल्ल 360, 371, 460, 461, 466, उविखपमाण 467,604 उग्गकुल 336 उदक(ग)पसत 417, 511 उग्गह 356 उदग 324, 348, 447, 470, 473, उच्चार 353, 416 474, 480, 482, 485-460, उच्चारपासवण 430, 456, 645-667 463-466, 502, 511, 515, उच्चावय 423, 424, 486 516, 603, 616 उच्छु 385, 626 उदगदोणि उच्छुगंडिय 402, 630 उदय 748 उच्छुचोयग 402, 630 उदर 365, 481 उच्छुडालग 402, 630 उदाहु 405 उच्छुमेरग 382, 402 उदीण 338, 360, 406, 435-441 उच्छवण 626 उदीरिय 765, 768 उच्छुसालग 402, 630 उदूहल उजुवालिया 772 उदेतु 530 उज्जाण 543, 544, 656, 676, 727, उद्दवणकरी 524 766 उद्दिसिय 338, 360, 456, 476, उज्जुय 353, 354, 355, 356, 443, 504, 556, 564 466, 470, 466, 500 उद्धट्ट 371, 466 उज्जोत 737 उपासग 527 उज्झिय 402, 403 उप्पज्जति उज्झियधम्मिय 556, 564 उप्पण्ण 775, 776 उडुबद्धिय 433, 434 उप्पल 770 383 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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