Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text ________________ 452 आचारांग सूत्र-द्वितीय श्रुतस्कन्ध सूत्र दाणं WKAM सूत्र शब्द दस्सुगायतण 471 दुत्तर 505 दुपय 406 दहमह 33.7 दुप्पण्णवणिज्ज दाडिमपाणग 373 दुब्बद्ध दाडिमसरड्य 376 दुब्भि 364 740 दुब्भिगंध 550, 574 दार 77 दुम्मण 486 दारग 484 दुयाह दारिंग(य) 484, 688 दुरुक्क 380 दारुपाय 588, 564 दुबग्ग 643 दारुय 353, 421, 426, 653 दुवयण 521 दालिय 338 दुवार (40, 443 दास दुवारबाह दासी 337, 350, 456 म दुवारसाहा 360 दाहिण 338, 360, 406, 435-441, दुवारिया 338,816, 444 761, 766 दुसद्द 546, 550 दाहिणड्ढभरह 734 दुसमसुसमा दाहिणमाहणकुडपुर 734,735 दृस्सण्णप्प 471 दिवस 766, 770, 772, 774 दुहसेज्ज दिव्व 753, 755, 756, 767, 770, दुही 771, 784 दुस दिसाभाग 753, 772 देव 735, 736-736, 743, 750 दिसासोबत्थिय 752, 753, 760, 765, 566, 734, 753, 766 768, 373, 774, 775 दीविय 354 देवकुल 435, 656, 676 723 देवगतीए 544 देवच्छंदय 505 देवत्ताए 345 दृपक्ख 440 देवपरिसा 766 दुक्ख 340, 421, 745 देवराय दुक्खखम 803 देवलोग 746 दुक्खा 766 देवाणंदा दुक्खुत्तो 326 देविंद 754, 766 दुगुण .434 देविंदोग्गह दृगुल्ल 557 देवी 737-736, 753, 774 515, 516 देसभाग 754 दुग्गं 427 देसराम दुण्णक्खित्त 444, 516 देह 77. दीव दीह दीहट्ट m xx दीहिया दुग्ग 557 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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