Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text ________________ परिशिष्ट : 1 [विशिष्ट शब्द सूची] भ दोणमुह 561 सत्र शब्द दोज्झ 581 पंच 338 पंचदसरायकप्प 467, 468 दोन्बलिय 486 पंचम 406, 633, 735, 778, दोमासिय 335 781, 784, 87, 760 दोरज्ज 472, 683 पंचमासिय दोस 780, 760 पंचमुट्ठिय 766 धण 740, 746 पंचरातेण धषण 740, 746 पंचवग्ग धम्म 360, 425,437, 787, 760 पंचविह 635 धम्मज्झाण 772 पंचाह 473, 583 धम्मपय 767 पंचेंदिय 766 धम्मपिय 527, 526 पंडग 787 धम्माणुओर्गाचता 348, 465, 616 पंडरग 780 धम्मिय 402, 403, 406,517, पंडित 766, 802 527, 526 पंत 400 धर 750, 766, 777 पंथ 440, 464, 617 धरणितल ___ 764 पक्क 545, 547 धाती 337, 350, 425, 741 पक्ख 734-736, 746, 766, 772 धातइवण 666 पक्खि 505, 510, 536 धारी 757 पक्खिबह 485, 486 धितीमतो 800 पक्खेवं 735 341, 520, 5.71 पगणिय 332, 414, 438 331, 350, 825, 784 पगत्ताणि 656 ध्रुवण जाय 698, 07 पगासगा 768 542 पग्गहेणं 770 धोतरत 581 परहिततराग धोय 556 पघंस 421, 451, 564, 572 नंदीसहाणि 666 पच्चंत 685 नक्कच्छिण्ण 533 पच्चंतिक 471 न(ण)क्खत्त 334.-736, 746 पच्चक्खवयण 521 नि(णि)रावरण 733, 772 पच्चावाय 340 निस्ययरा 768 पच्छाकम्म 367,6406, 427 पउम 421, 451 पच्छापादे(ए)ण 444 पउमलयभत्तिचित्तं 754 पच्छासंथुय 350,6361, 361 पउमसर 762 पहित पओर 531 पज्जत्त 766 पंकायतण 663 पज्जवजात 406 ध्रुव / धूया(ता) धेणू 346 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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