Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text ________________ 462 आचारांग सूत्र-द्वितीय श्रुतस्कन्ध शब्द रुप्प रूव 781 350, 407 632 mM0 0.06 सूत्र शब्द सूत्र 800 लोद्ध 421, 451, 665, 704, रुरु 754 711, 718 548 लोभ 520, 551, 781 533-536, 546, 550, 686 लोभणाए 781 रूवगसहस्सकलियं 754 लोभी रोग 340, 421 लोभी 638, 768 रोम 723, 760 लोय रोयमाण 435, 436, 438-441 लोय(लोच) लंबूसपलंबंतमुत्तदाम 754 लोह 780 লগ 742, 754, 766 सहसूण-लहसुणवण लट्ठिया 444 वह 518,520, 778, लत्तियसह 671 वइमिय 385 लया 466, 754 वइबल 728 लविय 773 वंस लसुण वंससद्द लसुणकंद वग्ग 740, 770 लसुणचोयग वग्ध 354,558 लसुगणाल बच्च 360 लसुणपत्त बच्चसि लहुय 455 वच्चस्सि 425 लाइमा 547 वज्जकिरिया 437 लाउयपाय 564 वट्टयकरण लाढ 471-473 वण 505, 515, 5.16. 543, 544 इत्यादि লাম 324, 325, 326 इत्यादि वणकम्मत लालपेलयं 754 वणदुग्ग 674 लावयकरण 657 वणलयचित्त 754 लिक्ख 724 बणविदुग्ग 505 लुक्ख 357 वणसंड 656, 676, 762 342, 577 वणस्सति लेलुय 353, 653 वणस्सति काय लेवण 440, 443 वणीमग 332, 335, 337, 740 इत्यादि लेसा 758 वण्ण 421, 451 इत्यादि लेस्सा 343, 754 वश मंत 522, 584 773, 804 बतिमिस्स लोग 775, 761 वत्य 437, 871, 517, 553-556, लोगतिय 750, 751 561-576,581,583,584, लोण 362, 405 586 लेलु लोए Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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