Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text ________________ 442 आचारांग सूत्र-द्वितीय श्रु तस्कन्ध शब्द एताणि एत्थ(त्थं) एयारूव एरिसिया एसणा एसणिज्ज एसमाण एसियकुल ओगाहओग्गह ओग्गहणसीलए ओग्गहिय सूत्र शब्द 566 कंत 687, 754 430, 502, 520 कंद 417, 511, 566, 651, 654, 728 770 कंदर 41 424 कंदरकम्मत 435 561, 566, 764 कंबल 325, 326, 332, 336, कंबलग 557 343, 406, 456, 556, कंसपाय 641 कंसतालसद्द 671 561,566 कक्क 421, 451, 662, 704, 711. 718 474, 486 कक्कस 524 607--616, 621-623, कक्खड 633, 635, 784 कक्खरोम 784 कच्छ 505, 674 606,610, 611, 622 कट्ठ 353 623. 626, 633, 784 कट्ठकम्म 686 663 कठकम्मत 435 533 कट्ठकरण 772 360, 476, 504 कटसिल 581 कडग 342 कडव 656 534 कडिए 415 370 कड्य 407, 524 425 कडुयाए 407 367 कडवेयणा 355 कढिण 755 कण 734 कणकुडग 325, 547, 548, कणग 558, 746, 758 324, 342 कणगकंत 558 802 कणगखइय 336, 368 कणगपट्ट 507, 506 कणगफुसिय 505, 515, 516 कणगावलि 360 कणपूलि 356 कणियारवण 355, 403, 404, 696 कष्ण ओघायतण ओछिन्न ओणमिय ओमचेलिय ओमाण ओयंसो ओयत्तियाणं ओस्सि ओलित्त ओवाय ओसत्त ओसप्पिणी ओसहि ओसित्त 424 856 ओह ओहरिय कओ KG AN ACMCN 6 x xxx bur U ..sss.om. कंखेज्जा कंचि कंटकगबोंदिय कंटय (ग) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 893 894 895 896 897 898 899 900 901 902 903 904 905 906 907 908 909 910 911 912 913 914 915 916 917 918 919 920 921 922 923 924 925 926 927 928 929 930 931 932 933 934 935 936 937 938