Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 896
________________ परिशिष्ट :1 [विशिष्ट शन्द सूची] 443 शब्द कषणमल कण्णसोयपडिया कण्णसोहणाए कण्ह कण्हराइ कथित कदलिऊसुगं कदायी कपिंजलकरण कप्प कप्परुक्ख कप्पेज्ज कब्बड कम्म कम्मकर(री) सूत्र शब्द 722 कहक्कह 737 666-674, 685,686 कहमाण 787 611 कहा 787 550 कहि 507, 506 751 काणम 385 773 काम 366, 405, 445, 608, 621, 385 736 कामगुण 766 657 कामजल 576 433, 434, 745, 751 कामभोग 742 754 काय 342, 353, 365, 416, 421, 723 460, 475, 481, 487, 460, 461, 463-467,515, 516 440, 441,607, 770 536, 540, 638, 643, 702. 337, 350, 360, 360, 721, 770, 771, 777, 776 361, 401, 422, 425, 780, 782, 788, 761, 762 435-446, 441-453, काय (पात्र) 502 456, 556, 564, 618 काय (वस्त्र) 557 750 कायब्ध 405 770 कारण 357, 363, 416,421, 444, 650, 743 456 373 काल 341, 350, 733, 734, 737, 745, 747, 762 683 कालगत 746 754 कालमास 421, 517 कालातिक्कंतकिरिया 535, 537 कासमाणे 461 342 कासवगोत्त 735, 743, 744 680 कासवणालिय 387 676 किंचि 365, 400 373 किच्चेंहिं 440 376 किट्टरासि 324 657 किण्हमिगाईणम 558 365, 404, 550 किरिकिरियसद्द 671 325, 730, 772 करिया 433, 434, 645 382 किलामेज्ज 365 787 किलीब 340 804 745 कम्मभूमि कम्मारगाम कय करीरपाणग कलंकलीभावपवंच कलह कलिय कलुणपडिया कल्लाण कवाल कविजलजुद्ध कविजलवाणकरण कविटपाणग कविसरड्य कवोयकरण कसाय कसिंण कसेरुग कहइत्तए Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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