Book Title: Aage ki Sudhi Lei
Author(s): Tulsi Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 348
________________ १६९ १९२ १९४ २४५ यीशु को शूली की सजा क्यों हुई ब्राह्मण और ब्राह्मणी सीख वांही को दीजिए..... असली पारस क्रोधं मा कुरु (युधिष्ठिर) आबाद हो जाओ : उजड़ जाओ (नानक) लंगर से बंधी नौका सारी बुराइयां छूट गईं संयम और त्याग का चमत्कार (जंबू स्वामी, प्रभव स्वामी) भूखे का मोक्ष कुर्सी तो मिलनी ही चाहिए! पर धनवान की मुक्ति संभव नहीं (ईसा) जो गटकर खाएगा, वही झटका खाएगा नकली सिक्का रत्नों की पोटली सूफी संत हाफिज हाथी का बच्चा क्या करता है मीठा भोजन खंधक मुनि सम्राट श्रेणिक दुश्मनों को प्यार से खत्म करता हूं (लिंकन) स्वर्गगामी : नरकगामी बैठे-बैठे प्रतिक्रमण (आचार्य भिक्षु) क्या मैं बूढ़ा बनूंगा (बुद्ध) थावच्चापुत्र बगीचा उजड़ गया कड़वेपन का राज आंखें बंद कर चलने का अभ्यास मधुबिंदु पुत्रों की परीक्षा आर्द्रकुमार w w 5 o o o an n n m m m o on on an on or on nnnnnnnn N N N N N N r s t r s n in n n mm २४९ २५१ २६५ २६८ २६८ २७९ २८१ २८६ २८७ २८७ २९२ २९३ २९५ २९६ ३०८ कथाओं/घटनाओं/दृष्टांतों की सांकेतिका .३३१. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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