Book Title: Vishsthanak Tap Vidhi Author(s): Punyavijay Publisher: Bhuvan Bhadrankar Sahitya Prachar Kendra View full book textPage 2
________________ श्री विजय भुवनतिलकसूरीश्वर जैन ग्रंथमाला छाणी के : प्राप्य-- पुस्तको: १) अंतरिक्ष तीर्थ महात्म्य ( संस्कृत ) २) तत्त्वन्याय विभाकर भाग १, २ ३) , सटीक भाग १ ४) दशवैकालिक सूत्र, ५) उत्तराध्ययन सूत्र ६) भुवन काव्य केलि ( संस्कृत ) ७) ललितविस्तरा भाग १, २ ८) भगवद्भक्ति ( स्नात्रपूजा आदि नोटेशन ) ९) भुवनबोध ( आध्यात्मिक लेख संग्रह ) १०) ल. मृत्यु क्षण काव्य (संस्कृत) ११) अरिहंत आराधना १२) नवपद आराधन विधि १३) छाणी शतकम् १४) अक्षयनिधि तपो विधान १५) विविध भाषामें नवकारमंत्र, १६) संयमना ओवारे १७) प्रव्रज्याना पुनितपंथे, १८) आत्मनिदर्शन, १९) शत्रुजय गुणगुंजन २०) पच्चक्खाणदर्शन २१) जैन बाल बोथी २२) अध्यात्मसार ( प्रेशमें ) : प्राप्तिस्थान : भुवन - भद्रंकर साहित्य प्रचार केन्द्र Clo. V. V. VORA 34, KRISNAPPA NAICAN ST. MADRAS 600 001 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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