Book Title: Vanaspatiyo ke Swalekh
Author(s): Jagdishchandra Vasu, Ramdev Mishr
Publisher: Hindi Samiti

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Page 212
________________ 26 नहीं कर दिया। * दिन मुड़ने का यह क्रम तब तक चलता रहा, जब तक आयु ने इस गति को बन्द a . b चित्र ११७--पर्ण की पार-सूर्यावर्ती समायोजना / (a) लाजवन्ती में; (b) सामान्य सूर्यमुखी; और (c) सूर्यमुखी की अन्य प्रजातिओं में। वनस्पतियों के स्वलेख

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