Book Title: Uttaradhyayan Sutra Mul Tabarth Author(s): Sudharmaswami, Khetsi Jivraj Shah Publisher: Khetsi Jivraj Shah View full book textPage 9
________________ Shri Mahavain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandie नत्त. | याच बोखे का सूत्रने अ० सूत्रने अधि नभतिचार सा ध्याएडे एकसो १८ श्रा० कदाचित् चंचक्रोधा जुगेबो- अर . कासे यवली नि भएगीने परे दिकने बसे अच् सीवोक आसवे कासेगय अहिचित्ता नजे शाइयएग्गः ॥ १॥ श्राहचं चंमा उलियंकट्टा न न सवे गुरु- काकिबारे कर कीपू का इश्म कहे अन अएकीधाने नोच नेथी कीधु ११ मा रपे गधि | वादिक आगसे पण. याने . या घोमानी परें निन्हिवेद्य कयाइवे॥ कलंकमी इति भासिया ॥ अकर्मनो कमिइतिय॥११॥मागझिय कप चावषा व वचनने पुच वारं वार का चावषाने द. देषीने .पा प्रमादादिकने सर्वथायर्ने १२ ॥ _ रूप... यांचे . स्सेव कस्सं॥वयामि पुगोपुरो॥कस्संव द .. जेम_श्रा जातयंत पोमो माइन्ने पावगंपरिवद्यए॥१२॥ अब गुरुनावचननो अपासांनस थूः मोटा बोसो आसपासनो मि प्रकृति सुहासागुरुनेपणे. सी पूर्वेकह्या नेवाअ- चित्रि नार तहलनो अप करणहार बोराणहार कु० अपिनिनमागसनावनोधएगी. च क्रोधी अतिहेंकरे यिनिन शिष्य नमनने ||५ अपासवा ॥ थूखचयाकुसीसा ॥ मिजुपि चं पकरंती सीसा ॥ चित्ता For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
1 ... 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 ... 447