Book Title: Tirthankar Charitra
Author(s): Jayanandvijay
Publisher: Ramchandra Prakashan Samiti

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Page 341
________________ २८. गणधरों की संख्या २६. साधुओं की संख्या . ३०. साध्वियों की संख्या ३१. उनके साधुओं मैं वैक्रियलब्धिवाले ३२. वादी ३३. अवधिज्ञानी ३४. केवलज्ञानी ३५. मनः पर्यवज्ञानी ३६. चौदह पूर्वी ३७. श्रावकों की संख्या ३८. श्राविकाओं की संख्या ३६. शासन के यक्ष का नाम ४०. शासन की यक्षिणी का नाम ४१. प्रथम गणधर का नाम ४२. प्रथम आर्या का नाम । ४३. मोक्ष-स्थान ४४. मोक्ष-तिथि ४५. मोक्ष के दिन तप ४६. किस आसन से मोक्ष गये ४७. पूर्व के तीर्थंकर मोक्ष गये उनके कितने बरस बाद मोक्ष गये? ४८. गण-नाम ४६. योनि-नाम ५०. मोक्ष गये तब उनके साथ कितने साधु मोक्ष गये थे। ५१. सम्यकत्व पाने के बाद उनके जीव ने कितने भव किये। ५२. किस कुल में जन्म ५३. गर्भवास में कितने महीने रहे सूचना :- आगे के कोष्ठकों में यहाँ ऊपर संख्याओं के सामने जो सवाल दिये हैं उन्हीं सवालों के जवाब क्रमशः प्रत्येक तीर्थंकर के लिए संख्याओं के सामने दिये गये हैं। ऊपर तीर्थंकरों के नाम देखकर उन्हीं के संबंध की नीचे की ५३ बातें समझ लेना। तीर्थंकरों के संबंध की जानने योग्य जरूरी बातें : 328 :

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