Book Title: Tirthankar Charitra
Author(s): Jayanandvijay
Publisher: Ramchandra Prakashan Samiti

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Page 352
________________ कुंथुनाथजी १७ । अरनाथजी १८ मल्लिनाथजी १६ | मुनिसुव्रतजी २० ३६ / ६७० ६१० ६६८ ५ सौ | १ लाख ७६ ह. | १ लाख ८४ ह. | | १ लाख ८३ ह. | १ लाख ७२ ह. ३ लाख ८१ ह. | ३ लाख ७२ ह. | ३ लाख ७० ह. | ३ लाख ५० ह. गंधर्व यझेंद्र कुबेर वरुण बला धारिणी धरणप्रिया नरदत्ता सांब कुंभ अभीक्षक मल्ली दामिनी रक्षिता वधुमती पुष्पवती समेतशिखर . | समेतशिखर समेतशिखर | समेतशिखर वैशाख वदि १ | मगसर सुदि १० फाल्गुन सुदि १२/ जेठ वदि ६ | एक महीना एक महीना एक महीना | एक महीना काउसग्ग काउसग्ग काउसग्ग काउसग्ग | आधा पल्योपम | पाव, पल्योपम एक क्राड ५४ लाख वर्ष एक ह.को. वर्ष कम हजार वर्ष ४८ | राक्षस देव | देव देव ४६ | बकरा . हाथी . अश्व (घोड़ा) वानर ५० | १ हजार साधु | १ हजार साधु | ५ सौ साधु | १ हजार साधु ५१ | ३ भव. ३ भव तीन भव . तीन भव ५२ | इक्ष्वाकुवंश इक्ष्वाकुवंश इक्ष्वाकुवंश | हरिवंश ५३ ६ महीने ५ दिन | ६ महीने ८ दिन ६ महीने ७ दिन ६ महीने ८ दिन ४५ : श्री तीर्थंकर चरित्र : 339 :

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