Book Title: Tirthankar Charitra
Author(s): Jayanandvijay
Publisher: Ramchandra Prakashan Samiti

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Page 351
________________ कुंथुनाथजी १७ अरनाथजी १८ मल्लिनाथजी १६ | मुनिसुव्रतजी २० १३ | स्वर्णसा | स्वर्णसा नीला श्याम १४ | चक्रवर्ती चक्रवर्ती राजकुमारी | राजा १५ | विवाहित विवाहित अविवाहित | विवाहित (६४ ह. स्त्रि.) (६४ ह. स्त्रि.) १६ | १हजार के साथ| १ हजार के साथ | ३ सौ - | १ हजार | गजपुर गजपुर राजगृही १८ | दो उपवास दो उपवास तीन उपवास दो उपवास क्षीर क्षीर क्षीर २० | व्याघ्रसिंह अपराजित विश्वसेन | ब्रह्मदत्त | दो दिन दो दिन दो दिन दो दिन २२ चैत्र वदि५ मगसर सुदि ११ मगसर सुदि ११ । फाल्गुन सुदि क्षीर .. ३३ २३ | १६ बरस | ३ बरस एक दिन | ११ महीने गजपुर गजपुर मथुरा . | राजगृही | दो उपवास | दो उपवास दो उपवास | दो उपवास २६ | तिलक वृक्ष |आम का पेड़ अशोक,वृक्ष | चंपक वृक्ष २७ | चैत्र सुदि ३ कार्तिक मगसर सुदि ११ | फाल्गुन सुदि १२ | वदि १२ २८ ३५ २८ . २६ | ६० हजार |५० हजार ४० हजार ३० हजार ३० | ६० हजार ६ सौ ६० हजार ५५ हजार ५० हजार ३१ | ५१ सौ |७३ सौ २ हजार २ हजार | १६ सौ १४ सौ २५ सौ | २६ सौ २२ सौ | २८ सौ २२ सौ . | १८ सौ ३५ | ३३४० १७५० : तीर्थंकरों के संबंध की जानने योग्य जरूरी बातें : 338 : * * * ३४ | ३२ सौ * |२५५१

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