Book Title: Tirthankar Charitra
Author(s): Jayanandvijay
Publisher: Ramchandra Prakashan Samiti

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Page 346
________________ s x w 9 N १) श्री सुविधिनाथजी ६ श्री शीतलनाथजी १० श्री श्रेयांसनाथजी११ श्री वासुपूज्यजी१२ फाल्गुन वदि ६ वैशाख वदि ६ । ज्येष्ठ वदि ६ | ज्येष्ठ सुदि ६ आनत देवलोक प्राणत देवलोक | अच्युत देवलोक प्राणत देवलोक काकंदी नगरी | भद्दिलपुर | सिंहपुरी चंपापुरी ५| मगसर वदि ५ | महा वदि १२ | फाल्गुन वदि १२ फाल्गुन वदि१४ सुग्रीव दृढरथ विष्णु वसुपूज्य रामाराणी नंदा विष्णुदेवी जया मूल | पूर्वाषाढा | श्रवण शतभिषाखा ६| धन धन . मकर कुंभ १० मत्स्य | साथिया(श्रीवत्स) गैंडा मैंसा ११ एक सो धनुष ६० धनुष . ८० धनुष ७० धनुष १२ २ लाख पूर्व | १ लाख पूर्व | ८४ लाख वर्ष ७२ लाख वर्ष १३ | श्वेत . | सुवर्णसा सुवर्णसा लाल १४| राजा राजा राजकुमार १५| विवाहित विवाहितं . | विवाहित विवाहित १६ एक हजार | १ हजार : १ हजार ६०० | काकंदी . | भद्दिलपुर सिंहपुरी चंपापुरी २ उपवास | दो उपवास दो उपवास दो उपवास क्षीर.. क्षीर क्षीर पुष्प . . पुनर्वसु . नंद दो दिन दो दिन | दो दिन दो दिन मागसर वदि६ । महा वदि १२ । फाल्गुन वदि १३ | फाल्गुन वदि ३० २३) चार महीने तीन महीने दो महीने एक महीना काकंदी भद्दिलपुर सिंहपुरी चंपापुरी २५/ २ उपवास | दो उपवास दो उपवास दो उपवास २६ | साली वृक्ष | प्रियंगु वृक्ष | तिंदुक वृक्ष पाडल वृक्ष (मल्ली ) राजा . क्षीर सुनंद : श्री तीर्थंकर चरित्र : 333 :

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