Book Title: Tirthankar Charitra
Author(s): Jayanandvijay
Publisher: Ramchandra Prakashan Samiti

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Page 344
________________ लाल श्वेत १ | श्रीसुमतिनाथजी ५. श्री पद्मप्रमजी ६ श्री सुपार्श्वनाथजी ७) श्री चंदप्रभुजी ८ २] श्रावण सुदि २ | माघ वदि ६ भाद्रवा वदि ८ चैत्र वदि ५ वैजयंत विमान | नव ग्रैवेयक छठा ग्रैवेयक वैजयंत ४ | अयोध्या कोसांबी बनारस चंद्रपुरी | वैशाख सुदि ८ | कार्तिक वदि १२ जेठ सुदि १२ पोष वदि १२ मेघराजा श्रीधर राजा प्रतिष्ठ राजा महासेन राजा | मंगला . सुसीमा पृथ्वी लक्ष्मणा मघा चित्रा विशाखा अनुराधा ६ सिंह कन्या तुला . वृश्चिक क्रोंच पक्षी | पद्म (कलम) साथिया । चंद्रमा | ३ सौ धनुष | ढाई सौ धनुष २ सौ धनुष १५० धनुष १२| ४० लाख पूर्व | ३० लाख पूर्व . २० लाख पूर्व १० लाख पूर्व १३ | सुवर्णसा सुवर्णसा १४ | राजा राजा राजा राजा विवाहित | विवाहित विवाहित विवाहित १६ | १हजार १हजार १हजार १हजार १७ | अयोध्या |कोसांबी बनारस चन्द्रपुरी १८ | नित्यमुक्त : | २ उपवास |२ उपवास २ उपवास | क्षीर ... क्षीर क्षीर क्षीर २० पद्म के घर | सोमसेन के घर | माहेन्द्र के घर | सोमदत्त के घर दो दिन .. दो दिन दो दिन दो दिन २२ वैशाख सुदि ६ | कार्तिक वदि १३ ज्येष्ठ सुदि १३ | पोष वदि १३ २३ | २० बरस ६ महीने |६ महीने ३ महीने २४ | अयोध्या |कोसांबी बनारस चन्द्रपुरी दो उपवास | चौथ मुक्त दो उपवास २ उपवास २६ | साल वृक्ष | छत्र वृक्ष सरीस वृक्ष नाग वृक्ष (प्रियंगु) . २७ | चैत्र सुदि ११ चैत्र सुदि १५ फाल्गुन वदि ६ | फाल्गुन वदि ७ : श्री तीर्थंकर चरित्र : 331 :

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