Book Title: Tiloypannatti Part 2 Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha View full book textPage 5
________________ ५ ૬ ७ С € - सं० ११ १२ १३ १४ १५ १६ मार्गदर्शक :-- छादार्य १५ tt २० રા २२ २३ ૪ २५ २६ २७ २८ २९ ३० ३१ ५१ ३३ ३४ ३५ १६ s ३८ સ To गावा काय कवित मंगद घुरिया लग्ना एसियोवमवसमतो कुमुद-कुमुदंग एगउवा केई मारिया हो एक्का जोयरण अहि तदयं तपासाव विदि यह जह जोग्गद्वाणे कालप्यमुहा नाणा अहवा वीरे सिद्ध बोस सहसग सम दोणि या पणवा महवा हो हो कोसा हागार महारिह भवनो एक्क सहस्स पणव बोषण उन् सोलस कोसुन्के पासो पण भव्य कोसा गर जी महारा एस बलम डो सोमरसम्सय बा वसविदे बालो भू ताणं च मे पाने पंच सिरसा बेदी मेरि पुष्परिण तारा सबसे य रक्तारतोदापो सोया एक्करस सहसानि तस्योपरि विपत्र से जलसिहरे विषयभो वाद सुराण नवरी मोर मेक्लस् य वं रिडिपए दिसाबो मुक्का मेयिरिद २.१ गाया [सं० ચ २६८ ५०६ ५.१० ७२७ ७३ ७८६ THEY १३६७ १५०६ - १५११ १५१९ १६६५ १५८३ tuze १८४५ १८२० २००० २००५ २००१ २००७ २०४३ ૨૦: २१६९ RER २२३१ २४७१ २४७२ २४७४ २४६३ ༢༣༤༠ २५२१ २८२७ २८१६ पृष्ठ No ११२ १।२ १४५ १४५ २०१ २०६ २११ २३८ ४०० ४०१ ཙཱ༣༥ ४३ ४३७ ४३९ ४८. જ. YES ५१६ *२५ }x= ** ફ્ ५४६ ५५८ ५xe ५८२ १८२ ६२१ ६६० ६६२ ६६१ ६६॥ ६०९ ver ७५८ ७६.Page Navigation
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