Book Title: Tiloypannatti Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, Chetanprakash Patni
Publisher: Bharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha

View full book text
Previous | Next

Page 4
________________ ६ ५६ गापामों में ही मा मया है । विषय को विस्तृत करने और उसे पतिप्त करने को रचयिता भाचार्य श्री को कमा प्रसनीय है। प्रस्तुत बह के करणसूत्र, पाठास्तर, चित्र और तालिका सारिको सूची इसप्रकार है करण सूत्र पारिम मझिम बाहिर २६०२ मुणिनिय जीए इमुपावगुखिव जीवा २४०१ माहिरसई वागो २५६५ इसुवाणं बगि २५३५ भूमीअ मुहं सोहिम दश इमहीण जीवाकवितरिमसा १८५ एरवशादोणं कई २६०१ जीवामिभारणं २१३७ बाजुराक दवणे बटुम्मि बावपट्ट वासकही दम रिणवा बेट्टाए जीवाए विक्वंभवरुदीजों हुमुबाछ कई क :.. आचार्य विहिसागवाहिका २००५ प्रस्तुत संस्करण में प्रयुक्त महत्वपूर्ण संकेत - =ी १- पाल्पोपम मं = पंगुल सा = सागरोपम सू- मूण्यंगुम मेडी - श्वेणीबद्ध १५ - सम्पूर्ण जीवराशि प्र= प्रतसंगुत म. प्रकीर्गक १६ = सम्पूर्ण पुदगस की ध = धनांगुस मु - मुहूर्त परमानु राणि प - जगणी वि- दिन १६मस = सम्पूर्ण कारन ही लोम प- लोकप्रनर मा - माह समय राशि भू- पूपि स = अनन्तानन्त १६R=सम्पूर्ण शाकान की को- कोस ( गापा ५७) प्रदेन राशि दं = दंड ७ = मण्यात से = मेष - अमंलात । जो = योजन = राजु पाठाम्तर गाचा दृष्ट मावा वेलंघरवेवा द्वारोवरिमपराएं पणुरोसमोसणाई वास ट्ठि पोषणा २२० ३२२

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 ... 866