Book Title: Tattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 07 08
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti
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* जपनी है तेरी माला x
(
जपनी है तेरी माला, मिट जाये मेरी
हस्ती,
मन में बसा ली मिट भी जाऊँगा मिटने के बाद
( १४ )
सर्वे
(
२
श्रद्धा से आया दर पे तू जाने या न जाने, पूरी करूंगा अब तो, निज
तू
सर्वे
१ )
पीना है भक्ति प्याला ।
चाहूँ तेरे भजन में ॥ जपनी है तेरी माला ०
भवन्तु
सर्वे
)
निज भावना लुटाने ।
माने या न माने । भावना भजन में ॥ जपनी है तेरी माला०
( ३ )
मूरत, गर मैं,
दीदार कम न
तो
रंजोगम न
होगी, चर्चा
फ्र
होगा । होगा ।
तेरे भजन में ॥ जपनी है तेरी माला०
सुखिन:
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निरामयाः ।
सन्तु
भद्राणि
पश्यन्तु,
मा कश्चिद् दुःखभाग् भवेत् ॥
15 जैनं जयति शासनम्