Book Title: Sramana 2012 01
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 54
________________ श्रमण परम्परा : भगवान् ऋषभदेव से पार्श्वनाथ पर्यन्त : 47 49. अंगुत्तरनिकाय, भाग 3, सम्पा. भिक्षु जगदीश कश्यप, पालि परिमल प्रकाशन मण्डल, बिहार, पृ. 256 50. नेमिनाथ ने श्रीकृष्ण को आत्मयज्ञ की शिक्षा दी थी। 51.(क) मज्झिमनिकाय - भाग 2 महासिंह नाद सुत्त (12), 1/12/15, पृ. 163-165 (ख) भगवान् बुद्ध जीवन और दर्शन, धर्मानन्द कौशाम्बी, लोकभारती, इलाहाबाद 1993 52. राधाकुमुद मुखर्जी, हिन्दू सभ्यता, अनुवादक डॉ. वी. एस. अग्रवाल, राजकमल प्रकाशन, दिल्ली 1955, पृ. 239 53. रीज डेविड्स, गौतम द मैन, पृ. 22-25 ***

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