Book Title: Sramana 1995 10
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi
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६२ : अमण/अक्टूबर-दिसम्बर/१९९५
सन्दर्भ १. धर्मकथानुयोग : एक समीक्षात्मक अध्ययन, आचार्य देवेन्द्र मुनि शास्त्री, संकलनकर्ता
मुनि कन्हैयालाल, दलसुख मालवणिया, आगम अनुयोग ट्रस्ट, पृ० ५ २. वसुदेवहिण्डी, अनुवादक डॉ० श्री रंजनदेव सूरि, पं० रामप्रताप शास्त्री चेरीटेबुल ट्रस्ट,
ब्यावर, १९४९, पृ० ६४९ ३. दशवैकालिक हारिभद्रीयवृत्ति, गा० ३/२०४, २१४, पृ० २२७ ४. दशवैकालिक हारिभद्रीयवृत्ति, मनससुखलाल हीरालाल, बम्बई, सं० १९४२, गा०
३/१८८, पृ० २१२ ५. समराइच्चकहा, प्रस्तावना पं० भगवानदास कृत संस्कृत छायानुवाद सहित, अहमदाबाद
जैन सोसायटी, पृ० २ ६. कुवलयमालाकहा, उद्योतनसूरि, सम्पादक डॉ० उपाध्ये, ए० एन०, भारतीय विद्याभवन,
बम्बई। ७. दशवकालिक, हारिभद्रीयवृत्ति, गा० ३/१८८, पृ० २१२ ८. समराइञ्चकहा, पृ० ४ ९. दशवैकालिक, हारिभद्रीयवृत्ति, गा०, ३/१९२, पृ० २१२ १०. दशवैकालिकचूर्णि, जिनदासगणि, श्वेताम्बर संस्था, जामनगर, पृ० २७ ११. समराइच्चकहा, पृ० ४ १२. महापुराण, पुष्पदन्त, १/२० १३. कुवलयमालाकहा, पृ० ४ १४. स्थानाङ्गसूत्र, मधुकर मुनि, आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, ४/२४६ १५. समराइच्चकहा, पृ० २ १६. हरिभद्र के प्राकृत कथा साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन, डॉ० नेमिचन्द्र शास्त्री रिसर्च
इन्स्टीट्यूट ऑफ प्राकृत एण्ड जैनोलॉजी एण्ड अहिंसा, मुज़फ्फरनगर, पृ० ११५ १७. कुवलयमालाकहा, पृ० ४ १८. काव्यानुशासन, हेमचन्द्र ८/७-८, पृ० ४६२-४६५ १९. वसुदेवहिण्डी मज्झिमखण्ड १, ३, धर्मसेनगणिमहत्तर, लालभाई दलपतभाई भारतीय
संस्कृत विद्या मन्दिर प्रकाशन, अहमदाबाद। २०. वसुदेवहिण्डी, पृ० २ २१. जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग ३, पृ० १३५, पार्श्वनाथ विधाश्रम शोध संस्थान,
वाराणसी। २२. वही, पृ० १३६
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