Book Title: Sramana 1990 01
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 92
________________ AANTATE Jain Education International सन्दर्भ ग्रन्थ विनयसागर, पूर्वोक्त, लेखांक ५८१ For Private & Personal Use Only क्र. संवत् तिथि आचार्य नाम प्रतिमालेख/स्तम्भलेख प्रतिष्ठास्थान १५२ १५१८ मार्गसिर सुदि १० रूपचन्द्रसूरि के पट्टधर मूलनायक शनिवार पद्मशेखरसूरि के की प्रतिमा पट्टधर विजयचन्द्रसूरि पर उत्कीर्ण लेख के पट्टधर पद्माणंदसूरि १५३ माघ वदि ५ साधुरत्नसूरि पार्श्वनाथ जैनमंदिर, १५[१]८ मंगलवार को प्रतिमा बडोदरा का लेख १५४ १५१८ फाल्गुन वदि १ पद्माणंदसरि सुविधिनाथ जैनमंदिर, सोमवार की चौबीसी थराद का लेख १५५ १५१९ वैशाख वदि ११ साधुरत्नसूरि संभवनाथ आदिनाथ . शुक्रवार की प्रतिमा जिनालय, का लेख १५६ १५१९ वैशाख सुदि ३ महीतिलकसरि सुमतिनाथ चन्द्रप्रभ शनिवार की प्रतिमा जिनालय, का लेख कोटा मुनि बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-२ लेखांक १०९ लोढ़ा, दौलतसिंह, संपा०श्रीप्रतिमालेखसंग्रह, लेखांक २६९ मुनि विजयधर्म सूरि संपा० प्राचीन लेख संग्रह, लेखांक ३३५ विनयसागर, पूर्वोक्त, लेखांक ५९० जामनगर www.jainelibrary.org

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