Book Title: Silakkhandhavagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 407
________________ [२२] दीघनिकाये सीलक्खन्धवग्गटीका [प-प] नीवरणकवाटं- ९२ नीवरणसंयोजनद्वयसिद्धि-१६७ नीवरणानि-७९, ९२ नीहरणन्ति-११६ नेक्खम्मज्झासया-६५ नेक्खम्मपारमिता-६३ नेक्खम्मपारमी-७९,८३ नेक्खम्मबलसिद्धितो-७४ नेक्खम्मसुखप्पत्ति-८७ नेक्खम्मेनाति-९२ नेमित्तिका-११४ नेवसञानासआयतनज्झानं -३२७ नेवसज्ञानासजायतननिरोधसमापत्तीनं-३२७ नेवसबानास आयतनसमापत्ति-३२७ न्हानियचुण्णानं - २३३ न्हापकाति-१९४ पच्चयोति-६४, ६५, ७२, ७४, ७५, १६०, १६३, १६४, ३२४ पच्चवेक्खणं-५९ पच्चासंसरन्तोति-२१५ पच्छिमचक्कद्वयसिद्धियाति-३९ पञ्चवोकारभवपरियापन्नं-१५४ पञ्चसिखमुण्डकरणन्ति-२८७ पञ्चसीलधम्मेनाति-२६० पञ्चसीलं-२९६ पञत्तिदीपकपदानीति-१२६ पञत्तिभेदो-१७८ पञत्तीति-२८,१८७ पञआकरुणा-६५ पाक्खन्धो-८ पञाचक्खुनो-३३३ पाणन्ति-२८३ पञाति-१२३ पाधिट्ठानन्ति-८४ .. पाधिट्ठानपरिपूरणन्ति-८६ पआपज्जोतत्ता-३०३ पापज्जोतविहतमोहतमन्ति-४,७ पञापज्जोतोति-४ पआपनधम्मो-१६० पापमुखा-२४२ पापरिसुद्धा-८५ पञापारमिता-६३ पापारिसुद्धियं -७१ पञआभावना-६५ पञ्चाविमुत्ति-१८१ पासङ्कलननिच्छयो-१६ पटलानीति-११६ पटिकिट्ठोति-२५० पटिक्कमोति-२१५ पटिक्कूलसनं-२१८ पटिक्खित्तमेवाति-५५ पटिघसम्पयुत्ताति- १३९ पकतिमनुस्सधम्मतो-३४४ पकतियाति-१३७ पकतिवादं-३१५ पकतिविपस्सकानं-३२६ पकतीति -३३४ पकतूपनिस्सयेनाति-१६२ पकप्पेतीति-३२७ पकम्पथाति-१६५ पकरणेति-२६९ पकासाति-४२ पक्खाति-२८८ पग्गण्हन्तेसूति-२८२ पग्गहो-९४ पग्घरणं-९३ पच्चग्घन्ति-३२०,३२१ पच्चयपरिग्गहे-१२३ पच्चयाकारदेसना-१६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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