Book Title: Silakkhandhavagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 422
________________ [ स स ] सत्तभङ्गदिट्ठि – १४६ सत्तरतनसमुज्जलं – ४३ सत्तलोकग्गहणन्ति - २०९ सत्तवणिज्जाति - २५० सत्तिपञ्जरन्ति - २२ सत्तोति - ९९, १४०, ३०६, ३३८ सदेवकन्ति - २०८ सद्दनयो - ४८ सद्दनिरुत्तिया - ३३८ सद्दप्पयोगोति - २५६ सद्दविदू - २५६ सद्दसिद्धि - २५५ सद्दायतनं १- ३७, ९६ सद्देनाति - २९९, ३०० सद्धम्मचक्कप्पवत्तनतो - २४२ सद्धम्मविमुखं - २४३ सद्धम्मस्सवनेन - ३८ सद्धम्मं - ९, ११,२०,२९४ सद्धापञ्ञ - ९४ सद्धापटिलाभोति - २४७ सद्धामूलिकाति - २४६ सद्धायिको - १०५, १०६ सद्धावहगुणस्साति - १४ सद्धासम्पन्नोति – ३४४ सद्धिन्ति - ३०२, ३४६ सनरामरलोकगरुन्ति - ५ सनरामरलोकोति - ५ सनिघण्डुकेटुभानन्ति - २५७ सन्तकायचित्तो - ७७ सन्तभावो - ११८ सन्ताति - २६४ सन्तापा - ५९ सन्तारम्मणानि - ११८ सन्तासन्ति - १३९, १९२, २४५ सन्तिपटिस्सवकम्मन्ति - ११६ सन्तुट्ठोति - - २२५ Jain Education International सद्दानुक्कमणिका सन्दिद्धं - :- २७९ सन्धाविस्सन्ति - २३ सन्नितोदकं - ३३३ सन्निधिं - ११२ सन्निपतितानन्ति - २० सपरिग्गहोति - ३५८ सप्पटिहरणन्ति - ३३६ सप्पाटिहारियं - २० सप्पायन्ति - २०५ सप्पायसम्पजञ्ञ - २१५ सप्पीतिकतण्हं – ९३ सब्बकिच्चकारीति - २१५ सब्बकिलेसप्पहानं - २६१ सब्बकिलेसविमुत्ति - २३९ सब्बकिलेसेति - ९३ सब्बञेय्यधम्मं - ४८ सब्बतत्राणं - २३, ४९ सब्बञ्जतञ्ञाणधम्मा - १२१ सब्बति-५४ सब्बदिट्ठिगतिकस - १७० सब्बदुक्खक्खयोति - २४८ सब्बदोसमलरहितं - १० सब्बपारमियो - १७५ सब्बलोकुत्तमो - - ७६ सब्बविदू - ११९, १९३ 37 सब्बवेदनासुयेव - १३४ सब्बावतो - २३२ सब्यञ्जनोति - २०६ सभावधम्मनिरुत्तिं - २७ सभावनिरुत्ति - २०६ सभावलक्खणावबोधो - १३१ समणकम्मसङ्घाताति - ३१३ समतलन्ति - ३५८ समत्थन्ति - १३ समथनिमित्तं - ६२ समथविपस्सना - १८१,३३५ For Private & Personal Use Only [३७] www.jainelibrary.org

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