Book Title: Silakkhandhavagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 424
________________ [ स स ] सम्मासम्बुद्धत्तसिद्धि - ५० सम्मासम्बुद्धभावो - ९० सम्मासम्बुद्धेनाति – ४९ सम्मासम्बुद्धोति - २६१ सम्मासम्बोधीति - ७ सम्मुतिकथा - ३३८ सम्मोदनीयन्ति - २६२ सम्मोदितन्ति - २६१ सम्मोहविद्धंसनो - २८ सयनं - ११०, २२४ सयम्भू - ९ सयम्भूञान - ९ सयंजातन्ति - २९८ सरणन्ति - १२, २४३, २४५, २४७, २५१ सरणीयन्ति - २६२ सरणं - २४३, २४६, २४८, २५१, २९४ सरीरचलनन्ति - १९२ सरीरन्ति - १५०, १५७, २७९, ३०५, ३०६ सरीरसण्ठानेति - २९९ सरसपेति - २९३ सलाकवेज्जकम्पन्ति - ११६ सलाकहत्थन्ति - ११३ सल्लक्खणन्ति - ३४१ सल्लेखो - ११२ सवनं - ३८, ५८, १०९ सविकारात - १६३ ससम्पयुत्तधम्मं - ३०६ ससिलोकं - ३० सस्सतदिट्ठिनोति – १२६ सस्सतदिट्टिभावो - १५६ सस्सतवादो - १२७, १२९, १३०, १३२, १४९ सस्सतिसमन्ति - १२८, १४९ सस्तोति - १२६, १२८, १६०, ३३० सहकारीकारणन्ति - १३० सहजातपच्चयोति - २२१ सहतेति - ५४ Jain Education International सद्दानुक्कमणिका सहब्यताति - ३५५ सहभावोति - ३५५ सहितन्ति - ११४ सहेतुकोति - २६८, ३२४ सळायतनन्ति - ११० साणधोवनं– ११३ साणानि - ३१४ सात्यकन्ति - २१६ सात्थकसम्पज - २१५ सात्योति - २०६ साधुकन्ति - २०६ साधूति - १८९, ३१० सापतेय्यं - ७७, २९१ सामञ्ञफलन्ति - १९५ सामञ्ञफलानि - २४८ सामञ्ञविधि - ३० सामवेदो - ३५५ 39 सारप्पत्ताति- २०८ सारीरिकचेतियं - २१६ सारोति - ३२९, ३४२ सालाति - ३२२ सावकपारमित्राणन्ति सावज्जोति - २४९ सावत्थियन्ति - ३२० सासनट्ठेन - १८५ सासनन्ति - २१० सिक्खतीति - ३२६ सिक्खाति - ३२४ सिक्खापदन्ति - १०३, २१३, ३२२ सिक्खापदानीति - ३०२ - १२० सिक्खाप्पहानगम्भीरभावं - २६ सिखा - ११० सिद्धिदस्सनं - ३९ सिद्धो- १५,९६, १३८, १४३, १५२, २३३, ३१४ सिप्पियोति - २४० सीलकथाति - १६ For Private & Personal Use Only [३९] www.jainelibrary.org

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