Book Title: Silakkhandhavagga Tika
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
View full book text ________________
[म-म]
सद्दानुक्कमणिका
[२९]
मण्डपोति-२२७ मत्तिककक्कन्ति-११४ मदनिद्दन्ति-३२३ मद्दन्ताति-२१७ मधुपायासन्ति-५८ मधुरन्ति-२९९ मधुरेनाति-३०० मनसिकारपटिबद्धाति -३९ मनापाति-६७ मनुस्सधम्मतो-३४४ मनुस्सलोके-१४० मनुस्साति-३१३ मनेनाति-१४१ मनोति -३४५ मनोद्वारविज्ञाणवीथि-३६ मनोधातूति-५६ मनोपणिधीति-१३९ मनोपदोसिकाति-१४१ मनोपदोसोति-१७७ मनोपुब्बङ्गमा-१४७ मनोमयन्ति-३३१ मनोमयवोहारतोति-१३७ मनोमयाति-१३७ मनोमयिद्धिया-२९६ मनोमयोति-१३७ मनोरम-१५, २९९ मन्तजप्पनं-३२३ मन्तन्ति-२६९ मन्तपदं -२७३ मन्तबलेन-२६८ मन्तसत्तियोगोति-२६० मम्मच्छेदको-१०७ मरणग्गिना-६६ मरतीति-१४३ मरूति-९१ मलन्ति-२५०
महग्गतज्झानानि-१८५ महच्चाति-१९१ महद्धनो-२७८ महन्तानन्ति-११५ महन्तं-६८, ८१, ९९, ११५, १२१, २५७, २७८,
२९२ महप्फलतरन्ति-२४९ महप्फलतरो-१७२,२९२ महप्फलाति-२९६ महाकच्चानो-३० महाकरुणापदट्ठाना-६३ महाकरुणाभावं-३ महाकरुणासमापत्तिविहारं-८ महाकरुणासमापत्तिं-२५४ महाकस्सपत्थरो-२१ महाकारुणिको-८८ महागजा-२२६ महागन्धारीति-३४५ महागामोति-२८७ महागोविन्दोति-१८४ महाजनन्ति-२२ महाजुतिकन्ति-२४९ महाथेराति - ४७ महानदी-२९२ महानुभावाति-२६० महापुरिसलक्खणानि-४७ महापुरिसो-६१, ८७, ९१ महाबोधि-५,८२,१७४ महाबोधियानपटिपदाय-६० महाबोधिसत्तं-१९७ महाब्रह्मनो-२०९, २७९ महामत्ता-१९२ महायसतरोति-१४० महायागन्ति-१९६ महाराजाति-२६० महावजिराणन्ति-२३८
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444