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[सिद्धहेम] कन्तु जुसीहहो उवमितं महु खण्डिउ माणु।
सीहु निरक्खय गय हणई पिउ पय-रक्ख-समाणु। ध्रुवमो ध्रुवुः।
चञ्चलु जीविउ ध्रुवु मरणु पिअरूसिँजइ काई। __ होसई दिअहा' रूसणा दिव्वई वरिस-सयाई। मो मं । म धणि करहि विसाउ ॥ प्रायोग्रहणात्।
माणि पैणई जइ न तणु तो देसडो चईज । मा दुजण-कर-पल्लवेहिं दंसिजन्तु भमिज'। लोणु विलिजई पाणिर्पण अरि खल मेहम गंजु
बालिउ गलई सुझुम्पा गोरी तिम्मई अज। मनाको मणी॥
विहवि पण?ई' वगुडउ रिद्धिहि अँण-सामन्नु। . किंपि माउ महु पिअहो ससि अणुहरइ न अन्नु। किलाथवा-दिवा-सह-नहेः किराहवइ दिवे सहुँ नाहिं ॥४१९॥ अपभ्रंशे किलादीनां किरादय आदेशा भवन्ति ॥ किलस्य किरः ।
किर खाइन पिइ ने विद्दवइ धम्मि न वेई रूअडउ.
इह किवणु न जाणइजह जमहो खणेण पहुचई दूअडउ ।। अथवोहवई'। अहवइ न सुवंसंह एह खोडि ॥ प्रायोधिकारात्।
जाइजइ'तहिं देसडइ लभई पियहो पमाणु ।
जइ आवइ तो औणिअइ अहवा तं जि निवाणु॥ दिवो दिवे'। दिविदिवि गङ्गा-हाणु ॥ सहस्य सहूं।
१B जु. २B °अई. ३ P°खइ ५ B हणइ. ५ B चंचल. ६ B पिड. ७ A उसीजइ. ८ B कांइ ९P होसड. १०B माम. ११ B करहिं विसाउं. १० B पइट्टा, १३ Bणु. १४P चएज. १५P "विहि. १६ PB भमेज्ज. १७ B लोण. १८ P पागिए. १९P अरे... A गजे. २१ A इ झुपडइ गो.२२ B मणाठ. २३ P जणु. ०४P साह. २५ B पीअइ. २६ B वेचरू. २७ B किविणु. २८ B होथख. २९ P खणे प. ३. 3 मह. ३१ B आणीइ. ३. PB दिवेदिवे.
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