Book Title: Shripalmaynamrut Kavyam
Author(s): Naychandrasagar
Publisher: Agamoddharak Pratishthan

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Page 2
________________ श्री आगमोद्धारकाय नमः श्री कुंथुनाथाय नमः श्री धर्मसागरवाचकेभ्यो नमः श्री श्रीपाल-मयणामृत-काव्यम् (संस्कृत प्रारम्भ कक्षाभ्यासूनां विद्यार्थिनां सुबोधाय) दिव्याशीर्वाद . आगमविशारद पंन्यासप्रवर पूज्य गुरुदेव श्री अभयसागरजी म. रचयिता. बंधुबेलडी पूज्य आचार्यदेव श्री जिनचन्द्रसागरसूरि लघुबन्धु आचार्यदेव श्री हेमचन्द्रसागरसूरीश्वराणां शिष्यरत्न मुनिराज श्री नयचन्द्रसागरजी महाराज: श्री ऊंझा जैनसंघस्य ज्ञाननिधिद्रव्येण श्री आगमोद्धारक प्रतिष्ठानेन मुद्रापितोऽयं ग्रन्थः Jain Education International 2010_05 For Private & Personal use only www.jainelibrary.org

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