Book Title: Sanatan Jain Dharm Author(s): Champat Rai Jain Publisher: Champat Rai Jain View full book textPage 2
________________ श्रीवीतरागाय नम । सनातनजैनधर्म अथवा जैनधर्मकी प्राचीननाके ज्वलन्त प्रमाण । मूल लेखक और प्रकाशकश्रीमान् चम्पतरायजी जैन वरिष्टर-एट-ला, हरदोई। प्रथमावृत्ति । पौष, वीरनिर्वाण सवत् १४५० । १... 5 जनवरी १९ ." { न्योटायर ,Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 102