Book Title: Samudrik Shastranu Gujarati Bhashantar
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 203
________________ (२०१) तेना स्वामीना संताननो नाश करे बे. जे बलदना पंजमामां सफेद तथा लाल रंगना पटा होय. तेवो बलद तेना खामीनी लक्ष्मीनो वधारो करे . जे बलदना पुंडमामां वालो अतिशय कर्कश होय, तेवो बसद तेना स्वामीना परिवारमा नयंकर रोगनी उत्पत्ति करे . जे बलदना पुंजमाना मूलमां घणा मसो उगेला होय, तेवो बलद तेना खामीने अग्नि श्रादिकनो जय उपजावे , तथा तेनी लक्ष्मीनो पण नाश करे जे. जे बलदना पुंडमानो डेमो तेना धुंटणथी पण उँचो रहेतो होय, तेवो बलद तेना स्वामीना परिवारनो रोग आदिकथी नाश करे , तथा तेनी लक्ष्मीनो पण प्रायः नाश करे बे. जे बलदना पुंडमाना वाल चलकता श्वेत रंगना होय, तेवो बलद तेना स्वामीने लक्ष्मी तथा परिवार विगेरेनी वृद्धि करी आपे बे. जे बलदना पुंजमाना वाल काला रंगना होय, तेवो बलद तेना स्वामीने पिशाच आदिकनो उपभव करावे . जे बलदनुं पुं मुमरडाएटुं होय, तेवो बलद तेना खामीनुं अकस्मात् मृत्यु निपजावे . जे बलदनुं पुंबडं अति स्थूल ( जाडु) होय, तेवो बलद तेना स्वामीने Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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