Book Title: Rushabhdev
Author(s): Mishrilal Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 12
________________ Spoto स्वामी शुभ सन्देश है। शास्त्रागार में चक्र-रून उत्पन्न हुआ है। आपको पुत्रस्न की प्राप्ति हुई है। ऋषभदेव को केवल ज्ञान प्राप्त हुआहै, वह तीर्थंकर बन गए, भगवान बन गए। कौनसा उत्सव पहले मनाएं। NOOO (OXO केवल-ज्ञान प्राप्त होना अत्यंत -दर्लभ है, प्रथम हम सभी भगवान ऋषभदेव की वन्दना को चलेगे। ca भगवन । आपके दर्शन कर असीम सुख मिला। Army HER प 45ARS MARA PAREnd DYOD

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