Book Title: Rushabhdev
Author(s): Mishrilal Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 20
________________ जैन चित्रकथा बड़ा कठिन मल्लयुद्ध है।कहना मुश्किल है कौन जीतेगा? भरतको इतनी तेजी से भूमि परपटकू किइसके प्राणपखेरू उड़ जाए। में भरत के प्राण लेकर स्वयं को और अपने वंश को कलंकित नहीं करना चाहता। 100 यह मैं क्या करने जा रहा हूं। सम्राट भरत मेरे बड़े भाई है।लोग क्या कहेंगे कि आदि तीर्थंकर ऋषभदेव राज्य छोड़कर चले गए और उनके पुत्र उसी भूमि के लिए लड़ रहेहैं एकदसरेके प्राण लेने को उतारू है। चक्ररत्न आओ। बाहुबलि काशीश काटडालो। यह जीवित नरहने पाए। ND ) (O चक्ररत्न चक्रवर्ती के वंश पर प्रहार नहीं करता।

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