Book Title: Rajasthan ka Jain Sahitya
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Devendraraj Mehta

View full book text
Previous | Next

Page 522
________________ 467 [2] विशिष्ट व्यक्ति एवं ग्रन्थकार नामानक्रमणो नाम पृष्ठांक नाम पृष्ठांक अकबर 43,67, 68,149,270 अकलंक 85 अखयचन्द रांका 196 अखयराज श्री माल 247,248 अगरचन्द 179 अगरचन्द नाहटा 42,165,195,264,267 294,295 अयवन्ता ऋषि 189 अजनलाल सेठी 318 अर्जुन वर्मा 99 अणों राज 161 अलाउद्दीन खिलजी 23, 44 अर्हत्सेन 95 अशोक मुनि 263, 305 अश्वघोष 60 प्रा अचलकीत्ति 212 अजय नरेन्द्र 147 अजयपाल 147,156 अजयराज पाटनी 219 अजित मनि 'निर्मल' 307,335 अनूप जैन 323 अभयकुशल 231 अभयतिलकोपाध्याय 64,65,168 अभय देवसूरि 10,12, 22,31, 34, 41,42,63,72,124,167,363 अभयधर्म 229 अभयधर्मवाचक 272 अभयमुनि 307 अभयसिंह (जोधपुर नरेश) 182 अभयराज नाहटा 295 अभयसोम 176, 178 अमरचन्द 134 अमरचन्द गोदीका 217 अमरमाणिक्य 174 अमरविजय 176, 178, 280 अमरसिन्धुर 179 अमरसिंह 185. अमितगति प्राचार्य 97,98 अमा ऋषि 192 अमृतचन्द्र 5 3, 98 , (द्वितीय) 96,97 अमृतवन्द्ररि 96,98 अमतधर्म वाचक 71,280 अम्बदेव 162 अम्बदेवसूरि 169 प्राईदान गोलछा 240 प्राचार्य अमरसिंह 190 अमृतकुमार 261,364 प्रानन्द ऋषि 197,327 प्रासकरण 185,186 ऋषिराम (रामचन्द्र) 239,240 काल गणी 84,85,244,245 246, 308 कुशलदास 184 गणेशीलाल 266,326,328 गुणभद्र 363 घासीलाल 45,72 चन्द्रकीर्ति 208 जयमल्ल 183,185,188,193 जवाहरलाल 45,72,192,262, 263,266, 324 जिनसेन 215,250,363 जीतमल 308 ज्ञानसागर 115 डाल गणी 240,245 तुलसी 85,86,91,92,93,201, 202,234,245,266,267, 308, 309, 313.314,315, 340, 342, 345,346, 347, 348,350,351,352, 353 दौलत राम 187 धरसेन 2, नन्दलाल 291 नानालाल 266, 328

Loading...

Page Navigation
1 ... 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550