Book Title: Rajasthan ka Jain Sahitya
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Devendraraj Mehta

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Page 538
________________ नाम पृष्ठांक रविषेणाचार्य 95, 128,250 रवीन्द्रनाथ टैगोर 321 रहमान 129 ईबाई 188 राऊदेवी 187 राजकुमारी 290 राजकुशल 75 राजचन्द्रसूरि 230 राजमल जैन बेगस्या 322 राजमल्ल 23 राजमल्ल कवि 37 राजमल्ल पांडे 247 राजरूप टांक 297 राजलाभ 178 राजविजय 77 राजविमल 279 राजशील 172, 229 राजशेखर 134, 144 राजशेखर वाचनाचार्य 44 राजशेखरसूरि 169 राजसमुद्र 68, 271 राजसार 179 राजसोम 142, 232 राजहंस 229 राजहर्ष 179 राजा धरसेन (द्वि.) 134 राजा नरवाहन 51 राजा भीमसिंह 114 राजा भोज 146 राजा मानसिंह 149 राजा राजसिंह 114 राजेन्द्रमुनि 264, 307, 335 राजेश्वरसूरि 162 रानी गुराई 109 रामकृष्ण 213 रामचन्द्र 179 रामचन्द्रसूरि 229 रामणकुमार 66 483 184, 188, 224, 232 रामदास 224 रामधारीसिंह दिनकर 310 रामबाई 196 रामलाल (रामऋद्धिसार) 233,284 रामवल्लभ सोमानी 297 रामविजयोपाध्याय (रूपचन्द्र ) 71, 75, 76, 77, 79, 81, 125, 178, 232,279 नाम रामसिंह 98 रामसेन 97 रायकंवर 191 रायचन्द्र 82 पृष्ठांक राव रघु 182 रावल मूलराज 280, 281 रावल सोमदास 109 राहड 102 रिरख राज कर्णावट 338 रुघपति 179 रूपऋषि 181 रूपचन्द 218 रूपचन्द गणि 284 रूपचन्द्र पांडे 218 रूपचन्द बोथरा 185 रूपसी प्राग्वाट 68 ल लक्ष्मण गणि 14, 22 लक्ष्मणलाल पाटनी 360 लक्ष्मणसेन 95 लक्ष्मीकीति 70, 275 लक्ष्मीचन्द्र 72 लक्ष्मीचन्द मूथा 186 लक्ष्मीतिलकोपाध्याय 64, 74, 168 लक्ष्मीदास चांदवड 220 लक्ष्मीदेवी 194 लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय 12, 70, 78, 79, 143, 176, 178, 231, 275 लक्ष्मीविनय 178, 231 लखपत 176 लखमसी 180 लखमादेवी 177 लब्धिकल्लोल 175 लब्धिरत्न 176 लब्धिराज 176 लब्धिरुचि 179 लब्धिविजय 178 लब्धिसागर 179 लब्धोदय 142, 143, 176, 177 ललितकीति 75 लवजी 180

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