Book Title: Rajasthan ka Jain Sahitya
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Devendraraj Mehta
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नाम
पृष्ठांक
विमलाबाई 45. विवकलब्धि 284. विवेकसमुद्रोपाध्याय 78.
विवेकसिंह 173.
विवेकसिद्धि 195. - विशाल सुन्दर 74. विश्वभूषण 225. वी.पी. जोहरापुरकर 111. वीर 152, 161. वीरकलश 70.
वीर कवि 136. वीरदेव 31.
वीरनन्दि 20, 35, 51, 99. वीरपुत्र प्रानन्दसागरसूरि 288.
वीरभद्र 8, 13. वीरभद्रसूरि 41, 43. वीरम तोमर नरेश 122.
वीरविजय 175. वीरशेखरविजय 11.
वीरसेन 11, 16, 19, 20, 47, 48, 98
वीरसेनाचार्यं 95. वीरेन्द्र मुनि 307. वृद्धिसिंह परमार 290.
व लगशाह 173.
श
शंकरदान नाहटा 294. भट्ट 39. शक्तिकुमार 51. शक्ति भूपाल 51.
शम्भुराम 281. शयंभव ( सूरि) 7. शरद जैन 323.
शान्ता भानावत 339. शान्तिचन्द्र मेहता 263, 338, 366.
शान्ति मुनि 307. शान्तिसूरि 10, 12, 33. शान्तिहर्ष 274, 278 शामकुण्ड 11. शालिभद्र सूरि शालिवाहन 51. शास्त्रकुण्ड 11.
162, 166, 168, 169.
485
पृष्ठांक
नाम
शाह चतरोजी बम्ब 239.
शाहजहां 211, 271
शाह ठाकुर 148. शाह बलुजी सकलेचा 236शिवचन्द्र 82.
शिवचन्द्रोपाध्याय 71, 76, 77, 79, 179
281.
शिवजीराम 285.
शिवनिधानोपाध्याय 75, 80, 229, 272.
शिवराज 184.
शिवशर्मसूरि 11.
शिवसुन्दर 229.
शिवादेवी 184. शिवार्य 2, 11, 13. शिवा सोम 67.
शीलदेवसूरि 270.
शीलसौभाग्य 284.
शीलाङ्गाचार्य, शीलाचार्य 10, 13, 243,363
37
शुद्धशील 144., शुभकरणसिंह बोथरा शुभकीर्ति 136 शुभचन्द्रसूरि 23 शुभचन्द्रसूरि भट्टारक शुभचन्द्राचार्य ( प्र . ) 98 शुभवर्धन गणि शुभशील 171 शेरशाह 113 शेषमल सोलंकी शोभचन्द 244 शोभा 103
12
194
शोभाचन्द्र 212, 253 शोभाचन्द्र भारिल्ल 307 श्यामाचार्य 6 श्रावक वि 169
339
श्रीचन्द रामपुरिया 267 श्रीचन्द सुराणा 'सरस' श्रीचन्द्रसूरि 13, 14, 162 श्रीतिलक 72
श्रीदेव 232
श्रीधर 63, 161 श्रीपति 63 श्रीपाल ऋषि 229 श्रीपाल पोरवाड 97 श्रीप्रकाश शास्त्री 358 श्रीमती सुदर्शन छाबडा
297
361, 362
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