Book Title: Rajasthan ka Jain Sahitya
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Devendraraj Mehta
View full book text
________________
488
তাক
नाम
पृष्ठांक
नाम हर्षकीर्तिसूरि 58, 209, 231. हर्षकुंजरोपाध्याय 73. हर्षकुल गणि 12. हर्षवल्लभोपाध्याय 175, 229, 230. हर्षसमुद्र वाचक 174. हलराज कवि 169. हंसराज भारिल्ल 360. हस्तिमल धाड़ीवाल 297. हस्तिरुचि यति 58. हालू 143. हिम्मतराय 188. हिम्मतसिंह सरूपरया 338. हीरकलश 17, 23, 36, 44,82, 175. हीरा 213. हीराचन्द वैद 297. हीरादेवी 14. हीरादेवी साध्वी 196. हीरानन्द 143. हीरानन्दसूरि 169. हीरामुनि 'हिमकर' 307. हीरालाल 255,266.
हीरालालजी म. 193. हुलासाजी 195. हेम कवि 283. हेमचन्द्रसूरि 12, 14, 16, 22, 34, 37, 60, 63, 140, 141, 163 हेमचन्द्रसूरि मलधारी 9, 22, 75. हेमनन्दन 69. हेमभूषण गणि 168. हेमरत्न 77, 142. हेमरत्नसूरि 175 हेमराज 216, 218, 275. हेमराज पांडे 248. हेमराज स्वामी 239, 245. हेमविलास 179. हेमश्री 197. हेमसिद्धि 195. हेमहंस गणि 228. हेमाभाई 180. हैमपाल 44. होलिवर्म 150.
Page Navigation
1 ... 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550