Book Title: Rajasthan ka Jain Sahitya
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Devendraraj Mehta

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Page 531
________________ 476 नाम पृष्ठांक नाम पृष्ठांक धर्मदास 611 धर्मदास गणी 12, 14, 15 धर्मदास जी 180 धर्मदेव 229 धर्मदेव गणी 228 धर्मपाल 147 धर्मप्रमोद 175 धर्ममन्दिर 176, 178 धर्मरत्न 175 धर्मवर्धन (धर्मसी) 70, 80, 176, 178, 231,276 धर्मविशाल 284 धर्मशेखर 119 धर्मसमुद्र वाचक 173 धर्मसागरोपाध्याय 67 धर्मसिंह 180 धर्मसी बोहिथरा 68, 271 धर्मसेन 191 धल 144, 152 धाणिक छाजहड 66 धारणी 45 धारलदे 68 धारलदेवी 271 धाहिल 129 धूधलि साहु 160 धर्त 144 नरचन्द्रसूरि 59 नरचन्द्रोपाध्याय 59 नरपति 64 नवल 216, 217,222, 225 नागदेव 100, 101 माथीबाई 192 नाथू अग्रवाल 205 नाथूलाल जैन 323, 361 नानूबाई 189. नाभिराय 255. नारायणी देवी 191. निहाल अजमेरा 260. निहालचन्द्र बज 223. नूनजी 180. नेमिकुमार 102. नेमिचन्द जरगड 293. नेमिचन्द सेठी 218. नेमिचन्द्र 98, 190. नेमिचन्द्र गणी 16 नेमिचन्द्र भण्डारी 23, 35, 45, 167 नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती 11 नेमिचन्द्रसूरि 12, 14, 21, 22, 26, 33,42 नैनमल जैन 305 नैनसिंह 232 न नथमल 193. नथमल स्वामी 246 नथमल बिलाला 212 नन्दराम 224 नन्दलाल 191 नन्दादेवी 183 नन्दिषेण 13 ननसूरि 228 नमि साधु 134 नयचन्द्रसूरि 14, 122, 123 नयनचन्द 217, 222 नयनन्दि 152 नयनसिंह 278 नयरंग 23,76,78, 175 तमविलास 230 पउम कवि 1690 पण्डित अनूपचन्द न्यायतीर्थ 320 आशाधर 96,99, 100, 101 इन्द्रलाल शास्त्री 160, 320,358 उदय जैन 307, 337 काशीनाथ जैन 262, 292 खेता 113 गिरिधर शर्मा 83,323 गुमानचन्द 185 घासीलाल 267 चिमनलाल 317 चैनसुख दास 52, 115, 116, 318, 320,357,358,360,361 चौथमल शर्मा 320 जगन्नाथ 114 जयचन्द छाबड़ा 53,252,253, 254,357

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