Book Title: Pratyekbuddh Charitram Author(s): Jain Dharm Vidya Prasarak Varg Publisher: Jain Dharm Vidya Prasarak Varg View full book textPage 2
________________ ___... ॥श्रीजिनाय नमः // :॥अथ श्रीप्रत्येकबुधचरित्रं पारन्यते // . (श्लोकबई) . - %3 - बपावी प्रसिद्ध करनार-पमित श्रावक हीरालाल हंसराज. (जामनगरवाला) जुवि नविकजनाविप्रीणनार्थ वसंतः / कुशलकमसमालोलासहंसोपमानः // प्रथमजिनवरेंद्रोऽन्येऽपि सीमंधरायाः। शिवमिह ददतां ते सर्वसंघाधिराजः॥१॥परमामोदसंपादिपादाय परमात्मने / चिदानंदखरूपाय / तीर्थपाय नमः सदा // 2 // यस्य पादप्याजोजे। ज्रमति ब्रमरा श्व // सुरासुरनराधीशा-स्तं श्रीवीर जिनं स्तुमः॥३॥प्रनावविनवावासं / // / प्रतिनादानदक्षिणं // स्पृशामि शिरसा सौव-गुरुपादरजःकणं // 3 // करकंम्वादिसाध भी बहानार जेन आराधना फल, कोषा आ.श्री. केटामसागर हरि शान दिए - P.P.AC.GunratnasuriM.S.. . . . Jun Gun Aaradhak Trust .. .Page Navigation
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