Book Title: Prakrit Bharti
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Agam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan

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Page 8
________________ विषयानुक्रम (१) प्राकृत भाषा एवं साहित्य (२) प्राकृत पाठ १. लीलावई कहा (कोहल) २. कंसवहो ( रामपाणिवाद) ३. भविस्सदत्तकव्वं (महेश्वरसूरि ) ४. आरामसोहाकहा (संघतिलकगणि) ५. मुणिचंद कहाणगं (शीलांकाचार्य) ६. कुम्मापुत्तचरिअं (अनन्तहंस) ७. अगडदत्तचरियं (देवेन्द्रगणि) ८. णायाधम्मका (आगमग्रंथ ) ९. उत्तराध्ययनसूत्र (मूलसूत्र ) १०. वसुनंदि श्रावकाचार ( वसुनंदि) ११. अशोक के अभिलेख (गिरनार पाठ) १२. कर्पूरमंजरी (राजशेखर) १३. कहाणय अट्ठगं ( नेमिचन्दसूरि) Jain Educationa International For Personal and Private Use Only १-२६ २७-१२८ २९ ३४ ३८ ४३ ५४ ६४ ७२ ७८ ८२ ८७ ९० ९३ १०४ www.jainelibrary.org

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