Book Title: Prachin Madhyakalin Sahitya Sangraha
Author(s): Jayant Kothari
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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शब्दार्थ
आलि ६. ६ मजाक, मस्ती
आलीआ २३७.१६
आलीइ ६५.५
आलीया २०५.१२
आवश्यक १३५.२५ जैन आवश्यक क्रिया
प्रतिक्रमण आदि
आवा ६७.१७
आवागमन २३८.२८ आव-जा, फेरा जन्म
मरणना
आशातना ३३.१४ विपरीत वर्तन, अनादर
आशान २७६.२७
आशान २७०.२१
आसनउ १०.७ पासे, नजीक (सं. आसन्न आसने १६२.१२ रहेली (सं. आसन्न ) आसुगि ५४.१२
आहूउ ६९२०
आंकुर २३५.१२ अंकुर, फणगो
आंगिकर - १०४.२१ अंगीकार करवो, स्वीकार करवो
आंगी २००७ जिनप्रतिमानी अंगशोभा
आंगीयां १९६. १ जैन प्रतिमानो शणगार (सं. अंग
परथी)
इक ७.१५ एक
इख्या १५.२४
इख्याग १५.२७ इक्ष्वाकु कुळ
इग्यारई गण- २३४.२३ अगियारा गणवा, नासी
जवं
इण ५.१३ आ
इणि रेस ५.२४ आ माटे
इणिखिणि ११.५ ए घडीए, एटलामां
इत १५८.७ अहीं (हि.)
इति १७५.१२ खेतीने नुकसान करनार अतिवृष्टि आदि उपद्रव (सं. इति)
इघाडा १८९.१८
इया १७५.२० ए
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इयाही १७५.१५ ए ज (हि.)
इलति १७५.१२
इस २८. ३ महादेव, शंकर भगवान (सं. ईश)
इसर ३२.२५ ईश्वर स्वामी इसिउं, ४.२५ एवं
इसुं ५.१ एवं
इहलोक ६.९ आ लोक, पृथ्वीलोक (सं.) इंगाल १५८.११ बळतरा, पीडा (सं. अंगार) इंदनीलवन्न ६८.८ नीलमना वर्णनुं (सं. इन्द्रनीलवर्ण)
इंदलो ३५.११ इन्द्र
इंदो ३६.१६ इन्द्र
इंद्रजालीयो १७३.२७ जादुगर (सं. इंद्रजालिक) इंद्रधनुष ७२.४ मेघधनुष (सं.)
इंद्रविमान २५४.१३ इंद्रनुं निवासस्थान इंभिणी १९३.२२ हाथण (पोळ) (शत्रुंजय परनी) (सं. इभिनी) (सं. इभी)
उ २०४.८ पण, सुध्धां (सं.तु)
उकली ५३.३ ओकळी, तरंग, तरंगनी भात (सं. उत्कलिका)
उकंठ ६५.२६ उत्कंठ, उत्सुक
उकार ६८.१२
उखाणी १८४.१७ कहेवत, दृष्टांतरूप उक्ति उगुणपंचास २३१.११ ओगणपचास (सं.
७०१
एकोनपंचाशत्
उग्र ३४.३० अग्र, सर्वाधिक, श्रेष्ठ
उचव- १३१.१६ ऊंचं कर
उच्छव ३२.१८ उत्सव
उच्छह-६.३० उत्साहित थवुं, उत्सुक थवुं (सं.
उत् + सह्)
उच्छंग ७०.१६ खोळो (सं. उत्संग)
उच्छाह ३.१० उत्साह, उमंग उच्छी ४७.१३ ओछी
उछक २०.२८ उत्सुक, आतुर उछरंग ८०.४ उमंग
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