Book Title: Paniniya Ashtadhyayi Pravachanam Part 06
Author(s): Sudarshanacharya
Publisher: Bramharshi Swami Virjanand Arsh Dharmarth Nyas Zajjar

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Page 11
________________ १३६ १३८ १६२ पाणिनीय-अष्टाध्यायी-प्रवचनम् सं० विषयाः पृष्ठाङ्काः | सं० विषयाः पृष्ठाकाः आदेशागमप्रकरणम् १०. हु-आदेश: १३१ १. औत्-आदेश: ८२ ११. निपातनम् १३३ २. आत्-आदेश: | इडागमप्रकरणम् ३. अत्-आदेश: ८४ १. इडागम: ४. न्थ-आदेश: २. इटो दीर्घत्वम् ५. टि-लोपः ३. इटो दीर्घत्वविकल्प: १३९ ६. असुङ्-आदेश: ४. इटो दीर्घत्वप्रतिषेधः १४० ७. णित्-आदेश: ५. इडागमविकल्प: ८. णित्-आदेशविकल्प: ६. इडागम: १४९ ९. णित्-आदेश: ७. इडागमविकल्प: १०. अनङ्-आदेश: ८. इडागम: १५६ ११. तृज्वद्भाव: ९. इडागमविकल्प: १२. तृज्वद्भाव-विकल्प: १०. इडागमः १३. आम्-आगमः ११. इडागमप्रतिषेधः १२. निपातनम् १६७ १४. अम्-आगम: १३. इडागमविकल्प: १६९ १५. इत्-आदेश: १४. इडागम: १७० १६. उत्-आदेश: |१५. इडागमविकल्प: १७. बहुलम् उत्-आदेश: १६. निपातनम् सप्तमाध्यायस्य द्वितीयः पादः |१७. इडागम: १७३ वृद्धिप्रकरणम् १८. इडागम: सक् च १७५ १.. वृद्धि: १९. इडागम: १७६ २. वृद्धि-प्रतिषेधः आदेशप्रकरणम् ३. वृद्धि-विकल्प: ११. सकार-लोपः इट्प्रतिषेधप्रकरणम् २. इय-आदेश: १८२ १. इट्-प्रतिषेधः ३. मुक्-आगम: १८३ २. इडागम-विकल्प: |४. ईट्-आदेश: ३. निपातनम् ११८/५. आकार-आदेश: १८५ ४. इट्-प्रतिषेधः १२० ६. यकार-आदेश: १८८ ५. निपातनम् १२१ ११. लोपादेश: ६. इट्-प्रतिषेधः १२२ १२. अधिकार: (मपर्यन्तम्) ७. निपातनम् १२५ १३. युव-आवौ ८. इडागम-विकल्प: १२६ /१४. यूय-वयौ १९२ ९. निपातनम् १३१ /१५. त्व-अहौ १९२ १७२ १७२ १८० १८४ १८९ १९१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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