Book Title: Panch Ratna
Author(s): Jain Education Board
Publisher: Jain Education Board

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Page 20
________________ पाँच रत्न तभी सर्ट-सर्ट करता एक लम्बा नाग सीढ़ियों के नीचे से निकला। सभी लोग सहमकर दूर-दूर हो गये। हे नाग देवता ! मैं अपने शीलधर्म की साक्षी से आपसे प्रार्थना करती हूँ, मुझे मेरे सुहाग की भीख दीजिए। DOOR P2000 VIDIOS नाग ने कटोरे में से दूध पीया। और वापस चला गया। POOOOOOO OCCO OG CAD 40)ro ലത് फिर रत्न के डिब्बे में से एक रत्न उठाया।

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