Book Title: Nyayamanjari Part 01
Author(s): K S Vardacharya
Publisher: Oriental Research Institute

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Page 743
________________ 262 21. भरद्वाज: 626 | विश्ववसुः 589 भर्तमित्रः 531, 559 | वृत्तिकारः उरवर्षः) भर्तृहरिः 200, 251 वृद्धनैयायिकाः 203,374 भवदास: 260 वृद्धमीमांसकाः 664 भाहाः 45, 75, 94, 131, 133, वैयाकरणा: 140 वैशेषिकाः 9,75 भा यकार: 21, 28, 29, 30, | शंकरभगवत्पादा: 636 14,96, 203, 230, शंकरवर्मा 649 2.32, 293, 294, ! शबर: 106,351, 684 332, 344, 374, | शाक्यभिक्षवः 664 399, 663 शाक्यप्रायाः 537 भिक्षुः 77,235, 242,237 शाक्या: 45 मनुः 702 | शान्तरक्षितः 493 महाचार्याः 252 शाबराः . . 42,664 माघः 218 | शालिकनाथ: 94, 121,118,351 मोक्षाकरगुप्तः 152 शुद्धोदनः . . 644 योगाचारः 189 | शौद्धोदनिः _165 राजा 281 | | सांख्याः 8,75 वाचस्पतिः 173, 309, 333, । सुचरितमिश्रः 251, 353 334, 377, 400 / सुरेश्वराचार्याः . 251 वार्तिककृत् 44, 570 | सुशिक्षितचार्वाका: 9,94 विद्यानन्दिः ___450 | सुशिक्षिततराः 320

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