Book Title: Nandi Aadi Sootra Gaathaadi Akaaraadi Kram
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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आगम
संबंधी
साहित्य
प्रत
सूत्रांक
यहां
देखीए
दीप
क्रमांक
के लिए
देखीए
रावृत्तिक
आगम
सुत्ताणि'
नं. अ. आ. ओ.
द.पि. उ.
118 11
मुनि दीपरत्नसागरेण
सूत्राचादि अत्थस्स ऊह बुद्धी
अत्यहिगारो इत्थं
अत्यंगयंमि आइबे
अत्थं च धम्मं च विया ०
नन्दी - आदि-सप्तसूत्राणि - गाथा - अकारादि
[ अकार ]
संकलिता नन्दी आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी - साहित्य)
अत्यंडिलसंकमणे अत्यंतंमि य सूरंभि
अत्यं भासइ अरहा अस्थाणं उग्गहणम्मि अत्थाणं ओगद्दणंमि अत्थाहगाहपंका मगरो
अत्थि एगं धुवं ठाणं
अत्थि एगो महादीवो
अत्थित्ति जा वियका
आगमात्रः
4
10
५
७
४
७
4
१
३
६
७
पुनः
सूत्राचादि अत्वित्तिदारमहुणा
सूत्राचङ्कः
२० +
४२+ अत्थिति निव्विगप्पो
३६२० अत्थि बहुगामनगरा
३९१* अत्थि बहूवणसंडा
१४
अत्वि सरीरविहाया ५४२* अधिररस पुव्वगहियस्स
१२
| अधिरासणे कुकुए
७६ * अंदसणं चैव अपत्यणं च
R
अदीणो वित्तिमेसिज्जा
३३२ अहागमंगलं वा
९१२ अधिट्टे किं वेला तेसि
८९७* अद्धमलक्खाई 'अट्टमा सहस्सा
७७
आगमाः
V ~14~
4
५
५
5
५
३
1
७
५
४
४
३
३
सूत्राघ्रङ्गः
सूचाचादि
२२+ अट्टमा सहस्सा
२६+ अचेरसकोडी
११४ अरसलक्खा
१०७ अद्धद्धं अहिवइणो
३२ + अद्भभरहमन्झिल्लु ति०
७०१ अद्धमसणस्स सब्बं ०
५३९* अद्धाइ अवद्वाणं
११७०* अद्वाणपरिस्संतो
१८५७ अद्धा जो महंत तु
२१५+ अद्धार्ण सपाखो
६०+ अद्धामि पवेसिचा
२९० अद्धाणे परिमंथो
२७६ अद्धा पासाए
आगमाः सूत्राच
3
2
★
३
३
5
३. ५८
४
२९६
३३२
२८०
५८७
१५१
६५०
१५६+
६१८७
६२०*
७.
३ +६१
३
१३०९
१२४५
सूत्राधनु
क्रमः
॥ ४ ॥

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