Book Title: Mokshmarg Ek Adhyayan
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Rajesh Jain

View full book text
Previous | Next

Page 5
________________ "शुभकामनाएं" "मोक्ष मार्ग एक अध्ययन” सम्पूर्ण आध्यात्मिक ग्रंथ हैं इसमे 11 मोती अर्थात मंगलाचरण, अणुव्रत, दश लक्षण धर्म, सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान, सम्यकचारित्र, 16 भावनाएँ, समाधिमरण, जिनवाणी की स्तुति, ग्यारह प्रतिमाएं, एंव श्रावक प्रतिक्रमण हैं!लेखक राजेश मेरा बडा पुत्र जिसका जन्म 3-4-1961 ( तीन अप्रैल उन्नीस सौ इकसठ ) को मेरठ (यू.पी) मे हुआ था। बच्चपन से ही होशियार हैं। पिछले 30-35 वर्षों मे परिवार, प्रोफेशन, समाज एंव धर्म को समर्पित रहा हैं। “मोक्ष मार्ग एक अध्ययन” का ज्ञान हर परिवार तक पहुँचाने की इच्छा हैं। स्थानः- मुरादाबाद प्रेम लता जैन दिनाकः- 25-5-2013 पंचम काल मे गृहस्थ जीवन व्यतीत करते हुए चारो पुरूषार्थ अथार्त अर्थ, धर्म, काम, एंव | मोक्ष को प्राप्त करने का सच्चा मार्ग दिखाया गया हैं। मुझे आशा है कि इस ग्रंथ के अध्ययनसे मनुष्य लाभान्वित होंगे। लेखक राजेश कुमार जैन मेरा दामाद है और मै इसे पिछले 28 वर्षों से जानती हूं। मैं अक्सर पूछती हूँ तुम्हे इतना ज्ञान कहाँ से मिला और राजेश हँस कर टाल देता हैं। स्थानः- गाजियाबाद सुशीला जैन दिनाक:-26-5-2013 अणुव्रत, दश लक्षण धर्म, सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान, सम्यकचारित्र, 16 भावनाएं, समाधिमरण का चित्रण सरल भाषा में किया हैं। आशा है कि इस के अध्ययनसे धर्म लाभ मिलेगा।लेखक राजेश कुमार जैन मेरे पति है।पिछले पाँच वर्षों में एकासन, ब्रह्मर्चय, मौन व्रत, रस त्याग, सामायिक, शास्त्र अध्ययनआदि से धर्म लाभ लिया हैं। अक्टूबर-2012 से “मोक्ष मार्ग एक अध्धयन” को रचने में अथक परिश्रम किया हैं। स्थानः- मुरादाबाद अल्का जैन दिनाकः- 29-5-2013 AR

Loading...

Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39