Book Title: Moksha Shastra arthat Tattvartha Sutra
Author(s): Ram Manekchand Doshi, Parmeshthidas Jain
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

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Page 879
________________ लक्षण-संग्रह सूत्र c.. शब्द अध्याय [अ] अकामनिर्जरा अक्षिण अगारी अगृहीत मिथ्यादर्शन अघातिया अङ्गोपाङ्ग अचक्षुदर्शन अचौर्याणुव्रत अजीव अज्ञातभाव अज्ञान अज्ञान परीषह जय अएडज अणु अगुव्रत अतिथि सविभाग व्रत " अतिचार अतिभार आरोपण " प्रदर्शन परीषह जय ६ अधिगमज सम्यग्दर्शन १ अधिकरण क्रिया अधिकरण अध्रुव अधो व्यतिक्रम अन्तर sm k com rr9VB9or ur vdox सूत्र । शब्द अध्याय अनिःसृत अनुक्त अनुगामी अवधिज्ञान १ अननुगामी » अनवस्थित " अनीक अनर्पित अनाभोग २० अनाकांक्षा ४] अनुमत ६ अनाभोगनिक्षेपाधिकरण ६ १ | अन्तराय ६ अनुवीचिभाषण ३३ / अनृत-असत्य २५ अनगारी २] अनर्थ दड व्रत २१ | अन्यदृष्टिप्रशंसा २३ | अन्नपाननिरोध अनङ्ग क्रीड़ा अनादर 79 Nur x अनुभागबन्ध अन्तराय १६/ अनुजीविगुण ३० | अनन्तानुबन्धी क्रोधादि । ८ | अन्तर्मुहूर्त

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