Book Title: Manishiyo Ki Drushti Me Dr Bharilla Author(s): Ravsaheb Balasaheb Nardekar Publisher: P T S Prakashan Samstha View full book textPage 6
________________ डॉ. भारिल्ल के महत्त्वपूर्ण प्रकाशन ७. समयसार का सार १. समयसार : ज्ञायकभावप्रबोधिनी टीका ५०.०० ४२. निमित्तोपादान २-६. समयसार अनुशीलन भाग १ से ५ ११०.०० ४३. अहिंसा : महावीर की दृष्टि में ३०.०० ४४. मैं स्वयं भगवान हूँ १०.०० ४५. ध्यान का स्वरूप ५०.०० ४६. रीति-नीति ९५.०० ४७. शाकाहार ८. गाथा समयसार ९. प्रवचनसार : ज्ञानज्ञेयतत्त्वप्रबोधिनी टीका १०-१२. प्रवचनसार अनुशीलन भाग १ से ३ १३. प्रवचनसार का सार १४-१५. नियमसार अनुशीलन भाग १ से २ ३०.०० ४८. भगवान ऋषभदेव ४५.०० ४९. तीर्थंकर भगवान महावीर १५.०० ५०. चैतन्य चमत्कार १६. छंहढाला का सार १७. मोक्षमार्गप्रकाशक का सार ३.५० ५.०० ४.०० ४.०० ३.०० ३.०० ४.०० ३.०० ४.०० २.०० १८. ४७ शक्तियाँ और ४७ नय ३०.०० ५१. गोली का जवाब गाली से भी नहीं ८.०० ५२. गोम्मटेश्वर बाहुबली २.०० १९. पंडित टोडरमल व्यक्तित्व और कर्तृत्व २०.०० ५३. वीतरागी व्यक्तित्व : भगवान महावीर २.०० २०.०० ५४. अनेकान्त और स्याद्वाद २.०० ५.०० २.५० १०.०० • २०. परमभावप्रकाशक नयचक्र २१. चिन्तन की गहराइयाँ २२. तीर्थंकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ २०.०० ५६. बिन्दु में सिन्धु १६.०० ५७. जिनवरस्य नयचक्रम ३०.०० ५५. शाश्वत तीर्थधाम सम्मेदशिखर २३. धर्म के दशलक्षण २४. क्रमबद्धपर्याय २५. बिखरे मोती २६. सत्य की खोज २७. अध्यात्म नवनीत २८. आप कुछ भी कहो २९. आत्मा ही है शरण ३०. . सुक्ति-सुधा ३१. बारह भावना : एक अनुशीलन ३२. दृष्टि का विषय ३३. गागर में सागर ३४. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव ३५. णमोकार महामंत्र : एक अनुशीलन ३६. रक्षाबन्धन और दीपावली ३७. आचार्य कुंदकुंद और उनके पंचपरमागम ३८. युगपुरुष कानजीस्वामी ३९. वीतराग - विज्ञान प्रशिक्षण निर्देशिका ४०. मैं कौन हूँ ४१. रहस्य : रहस्यपूर्ण चिट्ठी का १५.०० ५८. पश्चात्ताप खण्डकाव्य १६.०० ५९. बारह भावना एवं जिनेन्द्र वंदना २०.०० ६०. कुंदकुंदशतक पद्यानुवाद १५.०० ६१. शुद्धात्मशतक पद्यानुवाद १२.०० ६२. समयसार पद्यानुवाद १५.०० ६३. योगसार पद्यानुवाद १८.०० ६४. समयसार कलश पद्यानुवाद १६.०० ६५. प्रवचनसार पद्यानुवाद १०.०० ६६. द्रव्यसंग्रह पद्यानुवाद ७.०० ६७. अष्टपाहुड़ पद्यानुवाद १०.०० ६८. नियमसार पद्यानुवाद ११.०० ६९. अर्चना जेबी १. तत्त्ववेत्ता डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल (अभिनंदन ग्रंथ ) २. डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल : व्यक्तित्व और कृतित्व - डॉ. महावीरप्रसाद जैन ३. डॉ. हॅक्रमचन्द भारिल्ल और उनका कथा साहित्य - अरुणकुमार जैन ४. डॉ. भारिल्ल के साहित्य का समीक्षात्मक अध्ययन - अखिल जैन बंसल ५. गुरु की दृष्टि में शिष्य ६. मनीषियों की दृष्टि में : डॉ. भारिल्ल प्रकाशनाधीन - ७.०० २.०० २.५० १.०० ३.०० ५. शिक्षाशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य में डॉ. हकमचन्द भारिल्ल के शैक्षिक विचारों का समीक्षात्मक अध्ययन - नीतू चौधरी ६. डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल के साहित्य का समालोचनात्मक अनुशीलन- सीमा जैन ७. डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व - शिखरचन्द जैन ८. धर्म के दशलक्षण एक अनुशीलन- ममता गुप्ता ०.५० ३.०० ३.०० १.०० ३.०० ५.०० ७०. कुंदकुंदशतक (अर्थ सहित) ५.०० ७१. शुद्धात्मशतक (अर्थ सहित) ५.०० ७२-७३. बालबोध पाठमाला भाग २ से ३ १५.०० ७४-७६. वीतराग विज्ञान पाठमाला भाग १ से ३ १०.०० ७७-७८. तत्त्वज्ञान पाठमाला भाग १ से २ ११.०० डॉ. भारिल्ल पर प्रकाशित साहित्य ७.०० १२.०० २.५० १.५० ५.०० ५.०० ६.०० १५०.०० ३०.०० १२.०० २५.०० ५.०० ५.००Page Navigation
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