Book Title: Katyayanas Sarvanvkramani of Rigveda
Author(s): A A Macdonell
Publisher: Clarendon Press

View full book text
Previous | Next

Page 197
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥ वेदार्थदीपिका ॥ 167 छंदसां चैव सालोक्यं छंदोज्ञानादवाप्नुयात् ॥३॥ तस्यास्तस्या देवतायास्तद्भाव प्रतिपद्यते । यां यां विजानाति नरो देवतामिति निर्णयः॥४॥ किं च। ऋष्यादिविज्ञानफलमनुभूय सुपूजितः। खाध्यायस्य फलं पशाच्छुत्यादत्तं प्रपद्यते ॥५॥ ज्ञानस्मरणसंयुक्तो जायते यदि जायते । नोतज्ज्ञानसूत्रेण चादावेव' महात्मना ॥६॥ उक्तमन्यस्य नैष्फल्यं सर्वकर्मसु सर्वदा। किंच खयं शौनकोऽपि ब्रवीत्यत्र फलं महत् ॥७॥ पिनामार्पगोत्रज्ञऋषिभ्योऽस्तु सदा नमः । शंपीणां विषयवस्तु यः शरीरात्प्रमुच्यते ॥६॥ सोऽतीत्य तमसः पारं स्वर्गलोके महीयते । सहमयुगपर्यंतमहर्यवाह्यमुच्यते ॥९॥ नाकस्य पृष्ठे तं12 कालं दिवि सर्येव13 रोचते । खाध्यायं मुनिर्योऽधीते 14 मंत्रदैवतविकृते:1 ॥१०॥ सह अद्भिवसे स्वर्गे तत्र18 सद्भिरपीब्यते । सर्वानुक्रमणी सैषा कात्यायनमुनेः कृति:20 ॥११॥ तस्या वृत्तिरियं चापि समाप्ता पगुरोः कृतिः। वेदार्थदीपिका नाम षड्गुरूणां प्रसादतः ॥१२॥ 1 P2, I 2; नु चं 143; तु P1; छंदसामूत° WI. WI; तावद्भाव्यं प्रपद्यते 14 खाभाव्यत्वं प्रपद्यते P1; ताद्भाव्यत्वं प्रतीयते P2, I 2. W1; श्रियं वांछति I 4; देवfaxfa P2,1 2; fafa Pı. 4 W 1 omits this line and the following. P2, I 2; जाति Pr, I 4. WI, P2, I 2; न तदनुज्ञानसूत्रेण PI, I 4. See Introd. FT. 7 Wr:-रैवं PI, I4; समन्वैव P2, 12. 8 WI; महास्य PI, P2--स्याज्ञाने I 4. ____10 WI; भवतीत्यत्र फलमाह the rest. 11 WI; ब्रायं यद् PI, 14; ब्राह्मणं P 2, I 2. 12 नाकपृष्ठे वसेत् P2, I 2. 13 सूर्य इव PI, WI, I4; सूर्यविराजते P2, I 2. 1 मुनयो धोते P2, I 2; मनुयो धोते PT : मुनयो धीय I 4; मुनयो पीते Wr. 15 °वच्तुति: P1; निछुतिः P2; °विष्कृतिः 1 2; °वठुतिः I 4; °विहिपी WI. 18 स तत्र WI; स तस-143 मतस्य - P1; स तं सति P2, I 2. 17 दिवस W1; सदिग्व PI, I43; दिग्वसेन P2, 12. 18 सत्र W1; सत PI, I43; स तं P2, I 2. 19 WI; अधिर the rest. 20 W I here adds पष्टित्र्येकाध्ययवती; PI, P2, I 4 समानकाध्यायवती (०पयैकाध्ययनकैः P2.12) पट सप्तत्रिकदाप्टिका (व्यपा I). नाना WI. For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254