Book Title: Kalpasutram Barsasutram Sachitram
Author(s): Bhadrabahuswami, Meghsuriji
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
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कल्प०
बारसा०
॥ ६० ॥
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कोसलिअस्स वीस सहस्सा केवलनाणीणं० उक्कोसिया केवलनाणि संपया हुत्था ॥ २२० ॥ उसभस्स णं अरहओ कोसलिअस्स वीस सहस्सा छच्च सया वेउबियाणं० उक्कोसिया समणसंपया हुत्था ॥ २२१ ॥ उसभस्स णं अरहओ कोसलिअस्स बारस सहस्सा छच्च |सया पण्णासा विउलमईणं अड्डाइजेसु दीवसमुद्देसु सन्नीणं पंचिंदियाणं पञ्जत्तगाणं मणोगए भावे जाणमाणाणं पासमाणाणं उक्कोसिआ विउलमइसंपया हुत्था ॥ २२२ ॥ उसभस्स णं अरहओ कोसलिअस्स बारस सहस्सा छच्च सया पण्णासा वाईणं० संपया हुत्था ॥ २२३ ॥ उसभस्स णं अरहओ कोसलिअस्स वीसं अंतेवासिसहस्सा सिद्धा, चत्तालीसं अजियासाहसीओ सिद्धाओ ॥ २२४ ॥ उसभस्स णं अरहओ कोसलिअस्स बावीस सहस्सा नव सया अणुत्तरोववाइयाणं गइकल्लाणाणं जाव भद्दाणं उक्कोसिआ० संपया हुथा ॥ २२५ ॥ उसभस्स णं अरहओ कोसलिअस्स दुविहा अंतगडभूमी हुत्था, तंजहा - जुगंतगडभूमी य परियायंतगडभूमी य, जाव असंखिजाओ पुरिसजुगाओ १ दीवेसु दोसु अ समृद्देसु (क० कि, क०सु० ) । २ सदस्साओ ( क०सु०, क० कि० ) ।
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आदिनाथचरि
श्रीऋषभ
स्य परि
वारः
॥ ६० ॥
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